बोल बाँ जैसे बोला माला देव हरवाले बाबा की
जैसे
गाजमेह माता इन्हल बाडा रेके भागो आये लवाडा
बोल बाँ जैसे बोला माला देव هरवाले बाबा की
देव घर में मर बाह जाके ठीया एहो डर रही बर पिया
धका धापा खारा ताबे जीया एहो डर रही बर पिया
पोर्पा जेसी पोर्पा
बांधी पगडिया माथे बोडि तो हिला वेला
बाबा के भोजन फूल साउंड में वजह वेला
बांधी पगडिया माथे
बाबा के भोजन फूल साउंड में वजह वेला
बांधी पगडिया माथे
बाबा के भोजन फूल साउन में बजावेला
परबत पहाडी पावे लागल भीड भारी बावे
पिस्पीसी पिस्पीसी
चीफ पियला भांग कभीया sausages ए होडा रहि मर गईया
बाबा के भोजन फूल साउन में बजावेला
परबत पहाडी पावे लागल भीड भावे
प्यूब प्रेक्यार �人्स कर देखिए समा।
अनुनित कूनी बाबाके फूल साउन में शोू भारी भावे
पानी गोहा रावत खाली बाबा भोले नाथ के कहना ही मनला सोनू कीरन के बात के
पानी गोहा रावत खाली बाबा भोले नाथ के कहना ही मनला सोनू कीरन के बात के
दुखवा से करी है उपरा जिनकी के होई सहारा
पाके दर्सन जूड़ी ही जाई जीया एहो डर रही बरदिया
धाका धाका को रहता वे जीया
एहो डर रही बरदिया
एहो डर रही बरदिया