हो रंग रूप कद काठी तेरी भर मा भी कलाग तेरे आ गयो चंदर माहो रंग रूप कद काठी तेरी भर मा भी कलाग तेरे आ गयो चंदर माछोरा देखत न होया फिरे बावडा जो दूर थाया डंब रातेबावडा जो दूर थाया डंब रातेबावडा जो दूर थाया डंब रातेतेरे प्यार का मैं देखत ने उलज़ी गयाचाबी मिलगी खजाने आली बावली रहसे को इस उलज़ी गयाओ बंद मुद तात पड़े थे जो पिंजरे परिंदे भी आजाद हो गएशहर गए थे उजड जो बुकंप में वे शहर भी आबाद हो गएहो गया तेरे ते लगाव मने इतना के जितना था मंदरां तेबांधा गल में जो डोरा काले रंग का बचावे तने नजिरां तेओ नेन नेनाने तरस गे ते बावली रे रीज तने पूरी कर दीहो गया पाबडा की नाड़ा पर सिद तने फरी मैं मशूरी कर दीहो गया रे वरे खेत तेरे आन ते जो थोड़ा तेरा लाड मिल गयागाने के पी बिंटू ने जो लिखे तेरे पैयोजबे तो अवाड मिल गयाजीतो करें पीलू दोक तेरे पैर में रे पाणी ला समंदरान तेबांधा गढ मैं जो डोरा काले रंग का बचावत ने नजरान तेबांध्या गड में जो डोरा काले रंग का बचावे तने नजिरांतेबचावे तने नजिरांतेम्यूसिक बल्हारातू या चाबी जणों किसे रहसे मैं खजाने कीतेरी खूब सूर्ती के बयां करूं हद खतम हो गई पैमाने कीयो काला डोरा तेरे गड में लटकाए राख्या करकदे तेरे नजर लाग जा जमाने की