आँख खुली जबते है ये जानाखाब है दुनिया दिल है जिकानासो जाता है जब ये समानाजागता हूँ लिखता हूँ फसानाजिसको ढूंदेंलिखने की तलाश में हाल दिल का ये हो गयाजितनी खाहिशें जितनी अरजियां सबको दिल से मैंने खो दियालोग जो समझते मुझे थे वो हर लिबास मैंने खो दियामैं की आग में कैद दिल रहा देख पिंजना खुल गयाइश्क में तेरी यूँ फना हुआ खोज में तेरी चल गयादरबदर फिरा धरवाजों पे रास्ता तेरा मिल गयाघम सदा न हो अलगदा पे यूँ खाब है हकीकत नहींहर घड़ी है नसदीक मौत के क्या लिया क्या तुने खो दियामस्सेदों में तू ना मिला मुझे आफ़तों में तू मिल गयाहर जगा तेरी माती की रह तेरे रंग में ढल गयाचल बसी गये जिन्दगी मेरी इस सहान की दाण मेंतुझ को खुश नहीं रख सकुंगा मैं डूबने दे मजे इश्क में इश्क मेंतुझ को खुश नहीं रख सकुंगा मैं डूबने दे मजे इश्क मेंतुझ को खुश नहीं रख सकुंगा मैं डूबने दे मजे इश्क मेंतुझ को खुश नहीं रख सकुंगा मैं डूबने दे मेंतुझ को खुश नहीं रख सकुंगा मैं डूबने दे मजे इश्क में