जन जो ही अब रत तुहरे आई
हां मॉझी अतेजि भी मर जाई
जन जो ही अब रत तुहरे आई
हां मॉझी अतेज़ी भी मर जाई
जन रस्था से मो रईं और अतिनी कली पू रस्था रोखली
हां हमर मुझल सरीरिया के ये एक만 भूली से देखली
मर्मुर सरी याके एक बर डूली से देख ली हाँ
जब से तुहार भईलबा सगाई
छोटे ला गलबा दील में
रात रात भार रोईले
रोहीले मुश्कील में
जब से तुहार भैलबा सगाई
छोटे ला गलबा दील में रात रात भार रोईले रोहीले मुश्कील में
प्यार के निसानी देहोनी जोवनो का रात के फेक दीँ हाँ
हमर मुझल सरीय के एक बर डोली से देख लीँ हाँ
प्यार में अपना हमरा से भैल कवन कसूर हो
छोडी के जात बाड़ू संकर सहानी से दूर हो
प्यार में हमरा आपना से भैल कवन कसूर हो
छोडी के अब जात बाड़ू स्यामा बाबू से दूर हो
अटल बजरंगी कोहे तुहसे अखिया से दिलीना
हमर मुल सरीरिया के एक बर डोली से देख लीँ हाँ