पराजाई आप
प्रिया की उजड़ाई
प्रिया की उजड़ाई
प्रिया की उजड़ाई
कोमर में तुहारा भाईल बाते दारत
मारग में काहे बोला किस बागे बारत
का कैले बानी न हमारा भूझाता एके तुबं दियां के जिद बाड़ू धारत
की बेरी बेरी कोरा धाईला हो
दियां के उजड़ाई काईला हो
सांज़हिसला गलराज़ को धेनी भूरजी धारत से भूईयारो
पापनेखे गौरजी
हमारे चलके राणी आता न भाईले नहीं खेका अश्ट हो
तुही दसाटा साथी काईले
रहू भाईश्ट हो
तोहारा का भूझाईल के थोड़ा काईला हो
मेरे मेरे जिस कोरा धेना हो दिया के उम छोड़ा काई।
سوڑھو سوڑھو گھوم مزہ
لے لو خوب ہاس ہاس
راتوں ہی سے کمرہ مارتا تاس تاس
جھٹا ہوں تھنکے لوٹوں
بھائی کے پایا
نکھڑا پاناوے کے توہار آتت مہی کھینا
دھاکا دھوڑ کو نکے سکھاو لے کوئی لوٹ
بیری بیری کرا دھوئی لوٹ دیا کیا جو را کوئی لوٹ