सिंगड वो ही सूपरिस्टार है
मामा भाणजा की जोडी हंसराज बुझर कलमे
आंड मुकेश कसाना बीयारी पुरावालेच
दन में सपनों के क्यो थारा रोगे लगे गयो
हरी प्यबसों में जिरंलाई तोने प्यार हेगी
ओरी कुछ-कुछ होबा लगे गयो
दन में सपनों के क्यो थारा
रोगे लगे गयो
हरी दन में सपनों के क्यो थारा रोगे लगे गयो
रोगे ज़िया
चाल बादेरे मुकेस भाई
हे
हे हे
हरी कोन लागे मन मारो थारेरी बीना
मारी ध्यान कभीना
जीबा में कैंजीबो मारो थारेरी बीना
हरी कोन लागे मन मारो थारेरी बीना माری ध्यान कभीना
रे
सम्ज मारा मन बावलार मारा तन बावला
यार का लपडा मैं तन मन पड़ गया सावडा
कोन समझ मिन दाओ
रे सम्ज मारा मन बावलार मारा तन बावला
यार का लपडा मैं तन मन पड़ गया सावडा
देहरी मेरी गरीद फरी को तेम तो चोरीश
हो गयो चो तो ढोरी सपनु आ गयो चो थारो
मिठी मिठी
बोली शु मन बड़ गयो चो मारो
मिठी मिठी बोली शु दिले तो तो तो तो मारो
बुझर कले देआ और मुखेश कसाना दियारी पुरावाले चोरे
करले री एकीन तोड़ो मान लेक भोरी थारी बोली बोबू को
आज नहीं काल तो मलवागो दरदेदो
करले री एकीन तोड़ो मान लेक भोरी थारी बोली बोबू को
आज तो नहीं रेता वो तो तो ठेट मन तोनो मलवागो दरदेदो
आज नहीं तो काल तो मलवागो दरदेदो री धर्मल बागो दरदेदो
धरी सीव आगो दोजर को थोरो काई घजब को लागरी छोरी काई रुपालो छे
सबसो इल मिल रवारो मुस्कान रखेते
आगी एसरी बगडावत दिल कुछ भूजर याव गोरी थारा मन में बावगो
उतरी मिठी बोली आदे बुड़सूरी मिठी चराबोली बुड़सूरी मिठी चाए
दिल कुछ भूजर खोरी यो तो काई घजब को थे
दिल कुछ भूजर याव गोरी मुझे दिल लोग प्रेमार होरी यो तो काई घजब को थे
दिल कुछ भूजर आगे ओरी मुझे दिल लोग
प्रेमार होरी यो तो दिल लोग प्रेमार हो
अरे दिल कुछ भूजर फ़रादो यो लाड लगावे गोरी ममी मारे पसंद को छे
भूजर भूजर कर ले गोरो मुझे
दिल लोग प्रेमार होरी यो तो काई घजब को थे दिल कुछ
भूजर आगे ओरी मुझे दिल लोग प्रेमार होरी यो दिल
कुछ भूजर आगे ओरी मुझे दिल लोग प्रेमार
होरी यो दिल कुछ भूजर आगे ओरी मुझे दिल लो�
मुकेश कसाना बियारी पुरा वाले थवरे
सिवराद कुछर मलडा
दिल कुछर परा अंसराज गुजर परा
मिना का नए गाओ देवों देवों
दिल कुछ भूजर परा अंसार गुजर परा
मिना का नए गाओ देवों देवों दा