बोली है इंपाला
बोली है
बोली है
सान प्यादा
अलिका स्टुडियो आरा
इही कोई सुनहाला सुनाता
जाके लगावत निपाता
बाहों का भळबा
इही कोई सुनहाला सुनाता
जाके लगावत निपाता
गोँआ के लोग जुटन
काहे खोड़ी हानी में
हरे होली में धारा
इलबिया टिमपा लावा
जातो जीके दालानी में
जातो जीके दालानी में
मोगी है
मोगी है
और बतावों का कोई लहवी आह
देखा लहा का धेयान से
अच्छा ये हो बात बका
और बतावों का कुई लहवी आह
देखा लहा का धेयान से
देखा लहा का धेयान से
बोली है
बोली है
कोही ऐसे परिकल रोहे आजवे भोजाई
फगवा में लालु धीरजिल खोली देले फाइल
ये तो हो कही बाला रहे हो
कोही ऐसे परिकल रोहे आजवे भोजाई
फगवा में लालु धीरजिल खोली देले फाइल
सालो तो मत कहे दिन मेले ही जातो गाईल पानी मेल
अरे होली में धाराईल बिया का जालावा
तु जाये लाना
जातो जीके दालानी में
जातो जीके दालानी में
तु जाये लाना उकर ना होली मनी