पान बना रचवाला
धिले से आया है छोरा यूपी का रहने वाला
छत पे गई मैं कपड़ सुखाने मुझ पे नजर है डाला
धिले से आया है छोरा यूपी का रहने वाला
छत पे गई मैं कपड़ सुखाने मुझ पे नजर है डाला
कर दिया जादू दिल बेकाबू ऐसा वो मत्वाला
ओखाई के
खबी
खाई के पान बना रसवाला
खाई के पान बना रसवाला
दिल जैसे सीने में है ही नहीं
वो छोड़ा छोड़ा के ले गया तो नहीं
दिल जैसे सीने में है ही नहीं
वो छोड़ा छोड़ा के ले गया तो नहीं
नैनो का खंजर के अंदर है सा चोभा डाला
हो खाई के पान बना रसवाला
दिल तो गया, मेरा चैन भी गया, प्यार का चस्का लगा के गया
कोझ रही हूँ, सोच रही हूँ, कहां मिलेगा वसा
ओ खाईके पान बना रसवाला