दिल्ली की मिर्ची से तिखा मुरा बालमा
कैसे करूँ प्यार मेरा मुझे ही जग जाएगा
दिल्ली की मिर्ची से तिखा मुरा बालमा
हाई मुरा चाज़ना कैसे करूँ प्यार मेरा
मुझे ही जग जाएंगा
पुर बैठाना
ने गया, पास आया ने गया, नूर मैं खाने गया, पास आया ने गया, उनसे खोचाने गया, हमसे बताया ने गया।
शीशे से नाजुक है, दिल तक्राय ना, कैसे करो प्यार मेरा, हुँ कहीं जर जाए,
दिल्ली की मिर्चे से दिखा मुरा वालमा, हाँ मुरा साधना, कैसे करो प्यार मेरा, हुँ कहीं जर जाए,
जब से मिले ने ना ये चेन मुझे आये ना
कैसे करूँ प्यार मेरा
कुछ कहीं जल जाये ना
दिल्ली की मिर्ची से तीखा मुरा बालमा
मुरा साजना
कैसे करूँ प्यार मेरा
कुछ कहीं जल जाये ना
किछी नजरों की कसम
पिखरी जुलपों की कसम
आगी जावन के बहारे
तुझे फूला की कसम
बातों ये बातों में
बात बज़ जाये ना
कैसे करूँ प्यार
मेरा मुझे ही जल जाये ना
दिल्ली की मिर्ची
की मिर्ची से तीखा
मुरा वालमा
हाई मुरा साजना
कैसे करूँ प्यार
मेरा मुझे ही जल जाये ना
हाई ना