वाह देवाता सिंगार का
वाह देवाता सिंगार का
पखा मना बेचारे का
पधेवता सिंगारे का
पखा मना बेचारे का
हाले फिंदी दले
फिंदी दले बन्दा मनी
चंबादे चंबादे जानी दे धंवती का ढारे का
हाले एच्छमावती का ढारे का
पखा मना बेचारे का
तो ता मना भेतार का
मह देवता सिंगार काले
अरे दर्भी गोशे कोले जाँ
अरे दर्भी गोशे कोले जाँ
पिगत के वहदी दारे काले मनी बानप के वहदी दारे काले
तो ता मना भेतार का मह देवता सिंगार काले
ता जो ता जो के प्रभुण जीते हैं
ओहरे
मनी दर्भी गला देल चा गला ता रगनाभी
मनी दर्भी गला ता रगनाभी
दल दल दल दल जा गला ता रगनाभी
मेरे हागां जानी दे मेरे हागां हले मेरे हागां थे के रारे कां
तो ता मना भेतार का
मह देवता सिंगार काले
खिला दारा हुआ गया
महरंग दोते दूरिया
बहु महरंग दोते दूरिया
हले महरंग
दोते दूरिया
ताहिर से तो जानी दे ताहिर से तो अले ताहिर से तो उपारे कां
खा मना भेतार का तो ता मना भेतार का
जानी दे भाधेवता अले भाधेवता सिंगार का
खा मना भेतार का