गड़ी के छवडी प्यार पोला भड में देनी छोड़ा गए
गड़ी के छवडी प्यार पोला भड में देनी छोड़ा गए
छोड़ी हमाणा हाथ लेली दोसरा से जोर गे
छोड़ी हमाणा हाथ लेली दोसरा से जोर गे
रूप में वहाँ कहूँ गोर तो रतीला वहाँ का ठोर गे
शूर हुए साहालाव तोहरानी यह तो बेकार रगे
ना में के कोई नहीं छवडी हमारा से प्यार रगे
शूर हुए साहालाव तोहरानी यह तो बेकार रगे
ना में के कोई नहीं छवडी हमारा से प्यार रगे
जी नागी मैं तेन ही छोड़ी तेन ही छोड़ हमरा घो लगे
रुपा वहा कहूं गोर तो रती लवा हम कठो लगे
तोड़ी के दिलवा हमरा कोई ने चकन चूरगे
छनभर में होईगे हमारा से दूरगे
तोड़ी के दिलवा हमरा कोई ने चकन चूरगे
छनभर में होईगे नी हमारा से तू रगे
कौबी भी का समेघन धारो हा कौलो रगे
कौबी भी का सयंकुष धारो हा कौलो रगे
रुपवा हा कहु बोर तो रतीना वा हौँ कठो रगे