दीप चल उठे पर दिल उदास है तेरे दिन ये त्योहा कैसे खास है
हर आहट पर लगता तू आएगा अभी सच के बैठी हूँ इन राहों से आएगा अभी
दीप चल उठे पर दिल उदास है तेरे दिन ये त्योहा कैसे खास है
हर आहट पर लगता तू आएगा अभी सच के बैठी हूँ इन राहों से आएगा अभी
बद्दें आधूरी मेरे होठो पिते तू नहीं तो दिवाली लगे जैसे अधूरी सितारे चमदते हैं पर तू नहीं पास है आशुओं में चुपी मेरी हरी पिलाश है
हर दिये मैं सजी तेरी पर चाली दिती है तू ना आज तू ये खुशी पराई से लगती है
दिग चल उठे पर दिल उदास है तिर दिन ये प्योहा कैसे खास है
हर आहट पे लगता तू आएगा अभी सच के बेठी हूँ इन राहों से आएगा अभी
काई मेरे चौक सेरे नाम की चोती के बिना हो गई जैसा कोई इंकश करें आज Crime Erancham
साइज बीसर इंसी दुनिया सारी और वह बलती हमें दर्द क को
को among
दिवारी तभी हो जब तू मेरे साथ होता है
दिप चल उठे पर दिल उदास है
तेरे दिन ये त्योहा कैसे खास है
हर आहट पर लगता तू आएगा अभी
सच के बेठी हूँ इन राहों से आएगा अभी
पर लगता तू आएगा अभी