धरकन तुछपाई रास
बेताब है
लम्होंने पकड़ कर
हातिया साथ है
खामोश से जजबों की
बरसात है
आखों में लिक्षी दिल की
हर बात है
यही खास है
कह दे जो है दिल की बात
दिल की बात
कह दे जो है दिल की बात
दिल की बात
कह दे,
कह दे, वो अन कही
कुछ हर्फ है पढ़े और लफ्स अन सुने
कहना चाही
जो जुमान होड़ों पे आ गई वो हुए है दासताँ,
दासताँ
कही दिल नी जो दिल की बात क्या बात है यह जो तू ने दी मुझे सो भात क्या
बात है, क्या बात है
क्या बात है
कही दिल नी जो दिल की बात क्या बात है
क्या बात है