दिल रोता है जुबा अंचुप है
सपने तूते खोए कहीं
रात भर आंसो वहाए कोई सुकून ना आए
यादों का एक बोज है साथ
एक खमोशी दर्द में भिवात
बलकें भीग गई पेर से
क्या कहें ये दिल किस से
दिल की बारिश रुके ना
दर्द ये थम में काम ना
खुशियों की बात बुलानी सी
दू रहे हर कहानी सी
चले थे साथ हम और तुम
जुदाई का लंहा वो गम
कहीं तो है सुकूँ छाया
हम दर्वियां किस्मत साया
दिल में में बस एक खालीपन है
अर्मां तूते सब खतम है
जिन्दगी जैसे एक सदक है
जहां खतम सब रस्ता है
दिल की बारिश रुके ना
दर्द ये थम में काम ना
खुशियों की बात बुलानी सी
दू रहे हर कहानी सी
हूँ हूँ
हूँ हूँ
हूँ हूँ