न्योजिबाय, मन्तु मनी
सवालाति कारण के लिए सुनता
अमन दुळ्णति दोड़ानी हूँ जज्ञान भी सुनता
हमना के दिले आई हो,
के तंगी से चलाता है
हाद सोची सोची मुदिया हो,
देखिया हमारे गौन
हमना दुल्णति दोड़ानी हूँ जज्ञान भी सुनता है हाद सोची सोची मुदिया है
देखिए मुर्समोई आये भाई
साथो छोरके चल गये
वादा जमनी
मरे
उनानी नड़ाई
अब तो हमन सुराती है,
करें अखिया में हाद आता है
हमारा दिल के दावारी हो,
सुना दिल के चलाथा हाँ
कोई नादी भाई
कस्तिल लगा के तो
जिन्दिदी के मौन मारे साभी बिल को चुला के तो
यादोरं
जन्देनी
पंकजी दिर्भं जड़प्ता
हमारा दिल के
दावारी हो,
सुना दिल के चलाथा