भूल कर भूल कर गए ये ना सोचा था
कोई फिर से भी आद आए ये ना सोचा था
आप हैं हम हैं जमाना है साम है गीतों की
फिर से हम गीत गाएंगे ये ना सोचा था
दिल का नजराना जी हाँ ओम बीर कोटिया और चंचल की आवाज में
ये प्रोब्रा आपके सामने पेस है जिसका हमने टाइटल रखा है
दिल का नजराना रिकॉर्डिंग बीर इस्टूडियो तावडू हर्याना
आरी मैंने
पड़ा लिखा कुनवा में खोली आंख
आरी मैंने पड़ा लिखा कुनवा में खोली आंख
अन पड़ सुमियर नानि भिसे
आरी मैंने पड़ा लिखा का जेखा माई कौब
हाई के संग मेरी ना दिकी से
आरी माई अपके वे शख मत करमेरो भ्यार
दिल कार नजराना
दोस्तों कापी दिनों के बार
मास्टर ओम्बिय कोट्या
और चंचल दानी की आवाद में
आपके सामने पेस है ये प्रोग्राम
जिसका में टाइटल रखा है
दिल कार नजराना
रिकोर्डिस्ट है
वीर रिकोर्डिंग स्टीडियो
ताउरू हर्याना
आरे ओलो लूगडा को करके बिये कार
आरे ओलो लूगडा को करके बिये कार
बदल के रसिता तू हुआ ली
आरे बर के कोई में मनाई मैंने कुब तकबूर आगो ना बूली
आये कितना अर्माना ने लायो अपने साथ
तुमू सू मू असू ना बूली
आरे केदे बल पड़ा माता पे मेरी जानी हसीना हस के ना बूली
आरे बर के कोई में मनाई मैंने कुब तकबूर आगो ना बूली
आरे किसमत दोको करकी बिगडो मेरो साथ
मिलन की आसा ना छुडी
आरे इकली जल्दी होईगी काई की जिवाथ इकली कदी ना छुडी
आरे वाका तंसु में बले ही हो को तूर जूरी दिल इसलिए
आरे कैसे रहती होईगी इकली मेरी जान कदी भी इकली ना छुडी
आरे गर में रहे ही रात दिन की मोजी
आरे गर में रहे ही रात दिन की मोजी
आरे गर में रहे ही रात दिन की मोजी
आवे करते ही आरे दगदग दिल धड़के धड़कन में तेरो नाम बखाती जावे रटते ही
आरा तेरा यही तो चुवतल मारा मुझे हसे ही रूसे मटके ही
आरे तेरा चामल सादा तनकी मैं सिजाने
आरे तेरा चामल सादा तनकी हां सी जान
हांसे
आरे तेरा चामल सादा तनकी मैं सिजाने
जड़ सो लग जावे आरे खुला बालन मटके लहराई सामान की रुत सी छा जावे
आरे हंसी डोले तू बात दिन बात फूल की तरियां खिली जावे
आरे गड़ा गालन में पड़ जावा मेरी जाने थोड़ी सी तू हंस के मुश्कावे
आरे पतला रोडन के बीच में दोड़ा दाती
डोड़ा रोडन के बीच में दोड़ा दाती
आस की जब दिये तू
आस की जब दिये तू
आस की जब दिये तू
आस की जब दिये तू
आस की जब दिये तू
आस की जब दिये तू
आस की जब दिये तू