Nhạc sĩ: Zeeshan Rokhri | Lời: Zeeshan Rokhri
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एक तू हो में
एक तू हो में
एक मैं हो वाँ
उद्धु चणदी चओड़ी रात वे नात बोले
ना मैं बोला
खेखियां बिच गल बात होगे एक तू हो में एक मैं होँ
उद्धु चणदी चओड़ी रात होगे
इजद देबाद जिनाग चोड़ी तोऽसीर साथ
पढारामद से खुशामती
ते दिसेजित पतियां केरा
एक बहमादेवच घेरा
ते दिसेजित पतियां केरा
एक बहमादेवच घेरा
हत्वालादेवच फेरा
कि तू हो में एक मैं होँ तू चणदी चोड़ी रात होगे ना तू बोले ना मैं बोला
अखिं अखिं विच गल बात होगे अखिं अखिं विच गल बात होगे
हर दल तो इजद देबाद जिनाग चोड़ी तोऽसीर साथ पढारामद से खुशामती
जीव
दिक्गु दिल ता हाल दसावा
दिक्गु प्यार ते ढंग सिख्खिलावा
दिक्गु तू हो में एक मैं होँ तू चणदी
चोड़ी रात होगे ना तू बोले ना मैं बोला
अखिं अखिं आँ विच गल बात होगे अखिं अँ विच गल बात होगे
ये चोड़ी रात रहा हैं जिनाव चोड़ी गोसीफ साथ
जीव जाजमानी
बाल साहफ की नज़र जी
जीव बिस्मिला
देदे गल बीच बामा पामा देखो दिलन दा हाल देसामा
देदे गल बीच बामा पामा देखो दिलन दा हाल देसामा
एक प्यार तथंग सिखिल एक तु होई एक मैं हो आँ
तु चन दी चोड़ी रात होई ना तु बोले ना मैं बोला
खींखियां बीच गल बात होई खींखियां बीच गल बात होई एक तु होई एक मैं होई
ना तु चन दी चोड़ी रात होई ना तु बोले ना मैं बोला
सादे दिल दी आस पुझावे सादे खिक मुलाकात कराओ
खिक तु होई खिक मैं होई तु चन दी चोड़ी रात होई ना तु बोले ना मैं बोला
लास शिर अफसर दसुं गया थे?
यहों, कुछी मिला हामर भाई
ना मैं बोला अकी अकियां विच गल बात होई
और शुपरिया सारे दुस्सों का भाईओं का जनाब