बड़ी खुशी के बाद वाकि माता राणी के दर्बार में हमनी सब कलाकार के हाजरी लगावे के मौका मिलल बादआज बहुत ही प्यारा भजन गई है हमनी के बीच सूपरसिद्ध गायक बल्लू दिवाना जीऔर एहमाई के पचरा लिखले बने सूपरसिद्ध राइटर जैमंगल सिंह सुमन जी साथे साथे माई के दर्बार में हाजरी लगावे आईल बड़े हमनी के बड़ भाईया दिन दयाल जी जे की सीमा के जवान बड़े साथे साथे राम दयाल भाईया अविशेक यादव अ�साथे साथे आलोकु स्वाहा भाईया भी आईल बड़े देखिए भाईया एक आदमी किसानी करके बड़ा कस्त से अपन गुजर बसर करता उनकर पत्नी माता राणी के पुजा करे खाती कैसे अपना संयाजी से कहता डी आ कौना भाव में कहता डी आई गीत के माध्यम से कल�दिवाना के आवाज में सुनल जाहुस होके दुर्ग महराणी दिहे सुखवाय पारसंय जानीखुस होके दुर्ग महराणी दिहे सुखवाय पारसंय जानीखाकल साथ र रईला से येची नवरात काईला सेनियम से कारल जाएपुजा पाठ के भगती में देहिया रमाई बजानरियल चुनरी अलहुल के हार सेमाईक चढ़ा के रिजाई बजाधेल करिहा ना संया पलानीलाभ ही लाभ बानाई के हानीएज कल सा धराई लासेहाँज चुनरी चढ़ाई लासेधीन दयाले जै मंगले के संघेमंगल गीतिया के गाई बजाराम दयाले वा कल्वा के संघेमंगल गीतिया के गाई बजाअपना धन्या के बातीतो संया मानी ताया हमनी पे करी है महारानी एजी कल सा था रही लासे हाँ जी नवरा तो कही लासे