ओली है पजोहिये से
भागुन चोहल बजोहिये से फेरां बाड तोहिये से
लागो तो डर खर मन में ही भतिया कर गईलबा
दिदी रे दिदी रे जीजा के नधर में मोरी ज़वनिया कर गईलबा
इनने उने छुबेले उन रंग के बहाने मोती
में बाका बुन काना दिले बुन के जाने
इनने उने छुबेले उन रंग के बहाने
मोती में बाका बुन काना दिले बुन के जाने
दूर दे हब पिछ कारी रे बे देव कोही ओ गारी रे
उनका डार से मुस्कल छट छट का बढा पेल हलभाई इलबा
ता दीदी रे दीदी रे जीजा के नज़र में मोरी ज़वनिया गड़ गईलबा
कोई
बेरा कहनी गोली
खेली सभूर से जुकी लात जुबना जबता देखेले निभूर के
कोई
بیरा कहنी गोली
खेली सभूर से
जुकी लात जुबना जबता देखेले निभूर के
जीजा निते सके समझाओ हम के निसांत से तू बचाओ
हाँ कोही बात
बिकास के रोहन बड़ी रे वैठाओ
दिदी रे दिदी रे जीजा के नज़र में मोरी ज़वनिया गड़ गईलबा