मुझे सब पता हैमैं विश्वी को डावर जहां जम देइसी दे भला हैवो आके हमें गाडिया भी तो देगीतुम्हारी कसम हम सहिंगेपर्शी देशकर की राणी बनेपहुंदिया बनके हम सब रहेंगेजो तुम सब की मरदी यही हैपुरानी अदावत मिटा आओंगा मैंआईटी चान की चोदुई को बुलाया हैबच्चूपहुंच आओंगा मैंशादेराशादेराशादेराशादेराकिस्मत है कि जिन्दा बच गए प्यारेनजाने डाकवों ने जगा कितने जवा मारेकहां से आ रहे हो तुमहम आते हैं हजारे सेपलट जाओपलट जाओ इसी पल इस किनारे सेसंदेशा भेज के राणजे सेजोचक ने बुलाया थामैं उनकी हीर की मंगनी काजोड़ा लेके आया थाजहां की मंगनीकैसा व्याँवो तो एक बहाना थाकमारी हीर के रज्जे सेराणजे को अदाना थाउधर राणजा गयापैगाम सैदे का इधर आयाबहुत पश्टाएगावो हजारे से अगर आया हैचांद उभरता हुआबुझते हुए चेहरे देखोचांदनी छिटकी हैछाजाए अन्धेरा जैसेइस तरह तूट कर बिखरे हैंसमी पर सपनेलुट गया होकिसी बारात का डेराजैसेअकेली बारी होक्योंबाई को बुलाओ तोउनम का चांद कहां जिब गयामताम कोकहां है मंगनी का जोरेकिदर गये महमाईपुरा गुड़ गई पूरीबिकल गये अरमाईदुखे कलेजे में नष्टर लगानी आया हैहमारेहमारी रात हमी ते उड़ाने आया था। हमें लगी है जो ठोकर को मुस्कुराता है। ये वक्त वो है जो दुश्मन निरहम खाता है।ना तुमको फिक्र ना भाई को घम घराने का। ख्याल आया कभी मेरा घर बसाने का। दिया कहीं मेरा पैगाम। तुमने छेड़ी बात। जरा भी की कभी कोशिश। सजे मेरी बाराथ।तदा कहीं से जो शेहनाईयों की आती है।मेरे कले जो इसे नागन के लोड़ जाती है। सब अपनी सोचते हैं। सबको ध्यान है अपना। यही है रंग। तो पूरा नहीं होगा एक सपना। वहाँ से मंगनी ना आई है और ना आएगी। जवानी हीर की इस घर में पीड़ जाएगी।ना कोई बेटी, ना कोई बेटा, ना कोई पीछे, ना कोई आगे। बस एक भतीजी है, उसी का दुश्मन है। किसी की होते नहीं है भारजे। यह बात सबकी बिगार जाए। हम इसका फुलिया बिगार देंगे। जरूर इसको सजा लेगी।जरूर इसको सजा लेगी।जरूर इसको सजा लेगी।बस यकीं इतना दिला दे, तू मुझे जिन्दगी भर देगा मेरा साथ तू।जिन्दगी भर।तो पकर ले हाथ तू।हाई, मर जाओंगे, तू निराज जात है।तू भी कुछ कम नहीं, सुर्फे की लाद है।देख जल जाएगा, दम निकल जाएगा, मैं हूँ शोला, न भड़का मुझे।सुर बदल जाएगा, रूप ढल जाएगा, करी, इतना ना तरसा मुझे।जिसम ले, जान ले, मेरा इमान ले, चल मेरे नाल, चल बाग में।जिन्दगी दान ले, पहाती कोई।मान ले, चल मेरे नाल, चल बाग में।चल मेरे नाल, चल बाग में।चल मेरे नाल, चल बाग में।कर दो कि कर दो कर दो कर दो कर दो कर दोऔरकर दोऔरहट कर दोकर दोलुट परके इंटेनसबढ़े दोलुट परलुट परहुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुहुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआकर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दोकर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दोकिफुलाऔरओरदेख लो ना, कितना पीटा मुझे, जिर पड़ा मैं, तो सबने घटीटा मुझे,चाहती थी कि आखे मेरी फोड़ दे, हाथ भी, दूसरी टांग भी तोड़ दे,तुक्ता है अब तक मेरा चोड़, कुछ तो कहती थी, लंगडे को जिंदा लखेड़,फिटके कुड़ियों से आया है तु, चर्म कर, लेके आया है पंचों को,क्या डूब मर, मैं समझता हूँ तु कितना बद्दात है,तुने छेड़ा था, सच बोल, क्या बात है, रब की सौगंद, मेरी खता,अई, अई, उन चुड़ेलों को मैंने कहा,हीर ने सबको रो रो के भढ़का दिया, मुझको रुखवा दिया, मुझको पिटवा दिया,मेरी बेटी वो समझत होती अगर, गूड़ देता गला मैं, इसी बात पर,क्या, गला गूड़ दे उसका, चाचा है तु, खूनकास पिचारी के प्यासा है तु,सुनते हो, कुछ कहो, बोलते क्यों नहीं, क्या हुआ, तुम दबा खोरते क्यों नहीं,देखियां तुम भी रखते हो, पट्टाओगे, नाग सट जाएगी सबकी, मिट जाओगे,चोदरी, बंच नादान इतने नहीं, ये ना सुझो, हम इसको समस्ते नहीं,खील ने सारी कुड़ियों को बैका दिया, एक मच्ची ने ताला प्मिंदा की,हद है, मर्दों से जोर आत्माने लगी, जाठियां तक चुड़ेलें उठाने लगी,लाना, जाद, इस प्यार, इस चापर, तुमने बेटी को डाला है किस राफ पर,मानता हूँ, वो जिद्धी है, नादान है, काउ में अब तो कुछ दिन की महमान है,देर क्या, सैदा शादी पे तैयार है, वो तो हमसे भी उंचा जनीदार है,ऐसा दामाद मिलता है तकदीर से,चुप हो, क्यों शौदरी,ओश लो, हीर से,हीर से,चौदरी, तुमको क्या हो गया, हमको बरबाद कर देगा ये फैफला,हीर की जित अगर आज पूरी हुई, कौन मानेगा फिर बातमा बाप की,लग्जियां सब की सब छोड़ हो जाएंगी, हुकम अपने बुजुर्गों का ठुकराएंगी,मजनू बन जाएगा, गाउं का हर जवान, एक एक घर से निकलेगी, लैला यहाँ,हीर बेटी तुमारी है, तुम बात, जैसी मज़ी तुमारी हो वैसे करो,गाउं लेकिन न दुख सुत में काम आएगा,तो का पानी भी अब बंद हो जाएगा,ये न समझो, मुझे गाउं का घम नहीं, गाउं मेरे लिए हीर से कम नहीं,काउं जाने, ची में हो उसका भला, उचको मनजूर है गाउं का फैसला,मैं जाने दो, मैं जीने से बाद आया,मुझे जाने दो,मेरी मां, मेरी मीठी, मीठी मां,तुझे पर प्रतिंते की,वान में बचा ले मुझे और मेरा कहा धिकाना है अपने आंचल में छुपा ले मुझेअपने आंचल में छुपा ले मुझे और मेरा कहा धिकाना है अपने आंचल में छुपा ले मुझेअपनी मर्जी बता दे साफ मुझे, है तुझे दिल से ये नकाह कबूर्द?बोल, तेरा भला हो मूँ से बोल, हाँ, नहीं, कुछ तो कह, जुबां तो खोल.तुरफिट्टे मूँ?बात आ चुकन पगली, गाउं में बज रही है शेहनाई.काजी जी, तुम मजाग तुझे हो, कैसी बारात, कैसी शेहनाई.मेरा दूला अभी नहीं आया, मेरा राज्जा अभी नहीं आया.और भी बढ़ गई तेरी हिमत, हमने कुछ सबर से जो काम लिया, इसी जोड़े में दफन कर दूगी, उस दगाबाज का जो नाम लिया.माग बिछाया गया है जाल कोई, वो दगाबाज हो नहीं सकता, मेरा राज्जा ज़रूर आएगा.तेरा डोला हजारे जाएगा.तुम मुझे मत कुनहगार करो, दिक्रो उसका ना बार बार करो.जाने क्या आल फॉल बक्ती है, अब जो बोलेगी खेंच लूँगा जबान.जिद भली लड़कियों का काम नहीं, हीर अपने बड़ों का कहना मान.जब बड़े कह रहे हूँ काली जी, हीर वस्मे वफा को तोर दे तू हूँ, हीर अपने खुदा को छोड़ दे तू हूँ, कैसे कहना बड़ों का मान लूँ माई.वा, क्या इश्क है, सुना भावी, ये तर लैला की भी चटी निकली है.चादरी को बता के आता हूँ, मूँ पे कालक लगा के आता हूँ.शर्म जेवर तेरा, हया गहना, हुस्न है लड़कियों का चुप रहना.शर्म जेवर तेरा, हया गहना, हुस्न है लड़कियों का चुप रहना.जमाने की नफरत, तुम्हारे लिए, जहाँ भर की लानक, तुम्हारे लिए, गुनागार, बे रहम, बे शर्म, नाग, दसे तुझको पाजी जहनुम की आग.चोदरी की ख्याल से चुप हूँ, वरना मैं ये जुना जला देता हूँ, थूकते लोग तेरी सूरत पर, गाउं में आग से लगा देता हूँ.क्यूं मुझे कर रहे हो तुम मजबूर, किसने हट दिया है, बतलाओ, तुम हो काजी, तुम्हारा काम है ये, हाँ नहीं सुनलो और चले जाओ.सच कहा है इश्क लानत है, कहर है, रोग है, मुसीबत है.इश्क लानत नहीं है, रेहमत है, एक पूजा है, एक इबागत है.इश्क से जो बचा नहीं रहता, वो किसी काम का नहीं रहता.इश्क जिसमें बचा नहीं रहता, ऐसे दिल में खुदा नहीं रहता.भीर, दुश्मन है इश्क मर्शब का.तुम चले जाओ, वागता रफ का, जाओ भी, क्यों सताने आए हो, क्यों मेरा दिल दुखाने आए हो, क्या मिलेगा भला रुला के मुझे, आओगे क्या जला जला के मुझे,तुम चले जाओ, वागता रफ का, जाओ भी, क्या मिलेगा भला रुला के मुझे, आओगे क्या जला जला,कोई पत्थर बिगर नहीं पाता, कोई सुनता नहीं वेरी सर्याद, एक मैं और सैंक्रों चन्नाद,इस पदर देर, नहीं कहता था, अच्छे लगते नहीं मुझे आता, नहीं कहा, नहीं कहा, नहीं कहा,ये इधर इश्क, इश्क करती है, और तलवारे खिच रही है उधर, नाग काटी हजारे वालों, खेड़े काटेंगे चौधरी का सर,इसको क्या गमज़े होगी मां बेवा, अपने दिलदार को बुला लेगी, देख लेना, ये अपने पाप की सेज, पाप की कबर पर सजा लेगी,इसको क्या गमज़े होगी मां बेवा, अपने पाप की कबर पर सजा लेगी, देख लेना, ये अपने पाप की कबर पर सजा लेगी,मां बेवा, अपने पाप की कबर पर सजा लेगी, देख लेना, ये अपने पाप की कबर पर सजा लेगी,मां बेवा, अपने पाप की कबर पर सजा लेगी, देख लेना, ये अपने पाप की कबर पर सजा लेगी,मां बेवा, अपने पाप की कबर पर सजा लेगी, देख लेना, अपने पाप की कबर पर सजा लेगी,मुझे जाने दो, जाने दो, या है कैद क्यों मुझको, ये पहरे कैसे पहरे हैं, कोई सुनता नहीं, सब मर गए,सब गुंगे बहरे हैं, जैसी समय तू भी वैशी हो गई, तेरा नाजोग दिल भी पत्थर हो गया, दुश्मिनों के गाउं में आजाद था,खैद अपने घर में आकर हो गया,खैद, सोची है तू, मुस्कुरा दिल चली, देख कि धूम से मेरी मैयत चली,यूं तो दुनिया ने भी तीर मारे बहुत, याद आएंगे हैसान तुम्हारे बहुत,मा, अब ऐसे ना घर से निकालो मुझे, आओ, सीने से अपने जगा लो मुझे,धूम शादी का तुमने रचाया से तू, ना किया, ना करूँगी,ये जिश्वानी,तुमसे ये पात पूछेगी, निया सदार, कैसे बिन ज्याई बेटी को रुखफ़त किया,आओ, मेरे शनाजे को कांदा तो दो, कबर तक अपनी बेटी को पहुंचा तो दो,आओ,आओ,मेरी बेटी को कांदा तो दो, कबर तक आूँ,अगर मैंने लोग्यों को बनाओ कोल मिनट की अश्लेज मुझ巧ना दूसबारा recognise और � banget के लिए शोर्मा दोस्तों,इसकी रहा हुई है,इसके भी हवश्य को आवकिट करें,जोले चड़ते हैं हीरने वैहन केमुझे ने चले बाबुल ने चले वे मुझे रोख ले बाबुल रोख ले तूदोली बैरी काहार ने चले वेजोले चड़ते हैं हीरने वैहन केमुझे ने चले बाबुल ने चले वे तूदोली बैरी काहार ने चले बाबुल ने चले वेतू दोली बैरी काहार ने चले बैरी काहार ने चले बैरी काहार ने चले बैरी काहार ने चले बैरी काहार ने चले बैरी काहार ने चले बैरी का