आम सही और खुशों से पर चीज़िए हो किसभी प्रसुदा कार होकर होकर ने
वे रंग रूं वर गाता हो जूलाल सोनिया, आवे समझ ना किमेदे मताल सोनिया
चलेयां दे वांगु जिद करी जाना एं, अधी राती करी जाना काल सोनिया
है वे सहाँ पापा मनाई जाना एं, मैं सची दस्सा मेनु कीता प्यां तू शोदेहन वे
एक अंतां दी तुन्द पैंदिया, तू उतों मिलने दा कर लिया प्लैन वे
आवे समझ ना करे की वहाना लामा मैं, लुके किडे साभ नाल तेरे कोल लामा मैं
अब करे ऐदां दा कुई हो जावे, मैं जिक जिडा मुड़के ना तेरे कोलों दूर जावे
वे आवे का तो जान मेरी सुकने पाई, मैंनु वी ता तेरे वी ना मिलदा ना चैन वे
एक अंतां दी तुन्द पैंदिया, तू तो मिलने दा कर लिया प्लैन वे
वे कुडियानू हुन दीयाने सो सो मजबूरियां
चलिया नी जान दियां वे, मेरे तों भी दूरियां
चलिया नी जान दियां