ĐĂNG NHẬP BẰNG MÃ QR Sử dụng ứng dụng NCT để quét mã QR Hướng dẫn quét mã
HOẶC Đăng nhập bằng mật khẩu
Vui lòng chọn “Xác nhận” trên ứng dụng NCT của bạn để hoàn thành việc đăng nhập
  • 1. Mở ứng dụng NCT
  • 2. Đăng nhập tài khoản NCT
  • 3. Chọn biểu tượng mã QR ở phía trên góc phải
  • 4. Tiến hành quét mã QR
Tiếp tục đăng nhập bằng mã QR
*Bạn đang ở web phiên bản desktop. Quay lại phiên bản dành cho mobilex

Dhruvavarada Pravachana, Pt. 8

-

Đang Cập Nhật

Tự động chuyển bài
Vui lòng đăng nhập trước khi thêm vào playlist!
Thêm bài hát vào playlist thành công

Thêm bài hát này vào danh sách Playlist

Bài hát dhruvavarada pravachana, pt. 8 do ca sĩ thuộc thể loại The Loai Khac. Tìm loi bai hat dhruvavarada pravachana, pt. 8 - ngay trên Nhaccuatui. Nghe bài hát Dhruvavarada Pravachana, Pt. 8 chất lượng cao 320 kbps lossless miễn phí.
Ca khúc Dhruvavarada Pravachana, Pt. 8 do ca sĩ Đang Cập Nhật thể hiện, thuộc thể loại Thể Loại Khác. Các bạn có thể nghe, download (tải nhạc) bài hát dhruvavarada pravachana, pt. 8 mp3, playlist/album, MV/Video dhruvavarada pravachana, pt. 8 miễn phí tại NhacCuaTui.com.

Lời bài hát: Dhruvavarada Pravachana, Pt. 8

Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650

व्याक्यामुद्राम् करसरसिजी
पुस्तगं शंक चक्रे विप्रद्भिन्नस्पडिकरुचिरे पुंडरीके निषन्नहं
अम्लानस्रीरमृतविषदेरंशविप्लावयन्मः
आविरभुयादनगमहिमामानसेवागधीषः
नमस्ते प्रानेश प्रणतप्रिभुवायावनिमगाः
नमस्वामिन्रामः प्रियतमानुमण्गुरुगुणा
नमस्तुब्यं भिमः प्रपरतमा कृष्णेश्टवगवन्नमश्रिमन्मध्वाः
प्रदीश सुद्रिशन्नो जेजिया
जन्माध्यस्यतोन्वयादितरदस्चार्तेशबिज्ञस्वराच्
तेनेब्रमरदायाधिकवेमुख्यंतियं सूरयः
भागवतदा चिंतकरिगमन्नेगळु
द्रुवनु तानु
वलगिनिंद भगवन्तना
कानुत्तिरुव वयभवदवग्ये
एरोडु पदगलिंद हेलिद भागवता
अचारियरु अपदवादियवन्नु भगवत परवागी तोरिश्चिकोड़ो मुलका
अनेक आयामगलनली नममुंदे इट्टिद्धारी
तस्मिन अभिध्यायति विश्वं आत्मनो द्वारं
निर्ध्यासुं अनन्याथिया लोकाः
निर्ज्वासनिपीडिताः पृशं सलोकपालाः शरणं येवुर्हरिम्
आतनमंत्रदिंद कंडबरतकंतः जेयरूपः
निरंतरवागी वासुदेव मंत्रवान नहीं होती रुवा
अनतरंगदली अदर रूपवन नहीं होती रुवा द्रुवा
प्रश्चनगलींद देवरंन नोडवेकूंता नारदुर हेलिकोटीद दे रिथ्यादा
चिंतने माडवा मूलका
तन्न मंत्रदींद प्रतिपाध्यवागीरतक्का
अधन समर्थवागी अभिध्यायताहा अन्त हेलता तस्मिन अभिध्यायति
अभिध्याहा
विश्वम रूपम
आत्मनः द्वानम परमात्मन अनेक रूपगलीगा आवास
अनिश्चिकोंड रूपगलान आ रूपगला जतेली तानु नोडता इदाने
हागागी विश्वशब्दद अर्था
विशप्रवेशने अंत अर्था माड़ी कोंडु धात्वर्थदली मुख्यमाद उत्तु
नमानि सर्वानियमा विशंति तंवेविश्णम परम उधाँर अंतीनता
यल्ला नामगल वाच्च्चवागी रतक्का भगवनतन
विश्वशब्दद अर्था विष्पत्माद उत्तु
इन्ता पदा हाई हेली इरीथी आगिट गळ्लीनता।
मन्त्रोध्धारद क्रमा अंतरवन अक्षर अक्षर अखा यत्थी कोलोगवत इल्ला।
अदेकिमें क्रूरम वीरं ब्रहद विश्णम् हेलिदागे
एलियादर हत्तिर अत्तिरके पदान्तरदिन्न।
उग्रम वीरं महा विश्णमंतरा अधरे क्रूरम
वीरं ब्रहद विश्णम् हीगे हेलव करमा।
बदलिसी हेलमंत अद। बदलिसी हेलिये नमके पड़ान्तरगल गोजी आदध।
वास्तव मंतरे आवधी आवरी गोत्ते इल्ला।
हिगगई विवत्तिन वरगु
नरसिम्मा अनुस्ट मंतर दली मृत्योर
मृत्युननमाम्यम् अनुस्त बादलिसी हेलव करमा।
अदु नरसिम्मा तापनी ओपनी शत्तु
उदन न शब्दन उग्रमिती अतक अस्मादुच्चते
उग्रमिती न त यत्थिकोंडु अर्था यलता थ।
अतक अस्मादुच्चते मृत्यों मृत्यों मिती न त यत्थिकोंडु अर्था यलता थ।
अधियाय पाटदली तन्दु कोड़ूवा,
पाटपरंपरय ली शिश्य गुरुगला समवादली लिट्टु
कोड़ूवा रीते बेरे। अधियाय पाटदली तन्दु कोड़ूवा,
पाटपरंपरय ली शिश्य गुरुगला समवादली लिट्टु कोड़ूवा रीते ब
अधियाय पाटदली तन्दु कोड़ूवा रीते बाईली मात्रोध्धार लिक्य।
बाईली मंत्रवन हेलबेखु अंदाग,
यावुदे मंत्रवनू,
रिग्वेददः शाकलः सम्मिते प्रारंब मंत्रवन हेली अंदरे,
ओम् अग्गिनी मीले पुरोहीतम् इगे एठीकोंड हेलवे,
निलिस्वाग, होतारंब्रत्नधातमं ओम्, निलिस्लेक।
मंत्रोध्धारदक्रम प्रणवपूर्वदली प्रणवा अंथ्यदली
निलिस्लेक। हिननीन एज्ञप्रक्रेगल यह नडिता इद जीगे,
अवा मंत्रोध्धनाद देवतेगे स्वाहाकारदिन आहुति कोड़ुदिवा,
मंतरांथ जुहियात,
मंतरांथ जुहियात अन्धरी मंत्रोध्धारांथ यहन्त अर्था,
इवा मंत्रवे हलवदिल्ला,
एगवाशकलियुद्सुवा,
स्थुतिपरवादः मंत्रगलु,
अ यरदु मंत्रवाननु सामवेधि आड़ता आन।
पूत्र विगु मंत्रवन हेलिकिदे
करीवा मंत्रवेरे, आहुति मंत्रवेरे
अवनु यरडु मंत्रदिन्द करिदीरतान मुदल
यरडु मंत्रदिन्द करदु,
आहुति मंत्रवन हेलि
अधुरी आहुति कोट्टबलिका,
मत्ते रडु मंत्रवन सामगाना हाडतान
इदेल एज्ञेप्रग,
उन्द आहुति कोड़लिकि इश्टेल ला होत्ती इदे,
इश्टेल व्यवस्ते इदे
साविर कटला होती है प्रस्टने ये इल्ला,
वब ब देवते के अवनी ये लेक्कदली,
चरुश्रपना माललिके,
येला तरलिके,
अवन एसरेनले अक्याखलिके,
अवन एसरेनले अदन तोलिलिके,
अवन एसरेनले अदन बीज़लिके,
चरुमाडवाग
इनने देवते एसरेनले बेजिद मत्तबरी कोड़वानती इल्ला,
अश्ट एला क्रमा इदे,
अधिन एन आओठी कोड़लीके इश्ट दोड़ना प्रयोगा,
इनने देवते के आगनी कोड़वानती इल्ला,
इदे अवन यागा,
इदे इन्दरा यागा, अगनी यागेद, �
गेरसेली गेरी,
इदे अल्ला इश्ट गेलस माल्लीकोंड,
अदे गेलला ओबो देवते को इद्धारे गेलस के वारता है,
अन्ध प्रणवदा विशेशवाद व्यवस्तेन मुधालीट कोंड,
ओम् अंथ हेलिकोंड,
अदु विश्वशब्दवन ने हेलित। तस्मिन नभिध्यायति विश्वम्।
प्रणव प्रतिवादवाद अक्षर प्रतिवादवाद मूरु रूपगलू आत्मनाः
विश्वम् द्वारम्। आत्मनाः बरमात्मनाः भगवन्तन अत्युन्नतु वागिर
तक्क वरप्रदमाद रूपा। वरदः शब्द वरलीके कारणी द्वारः शब्द प्र
वरदम अन्वदने द्वारम् अत्मनाः वरदम विश्वम्
परमात्मन वरप्रदमाद रूपा तनननु कोड़तक रूपा
ज्ञानानदवागिर तक्क विग्रह भगवन्तन यारू अल्ला देवरु
ज्ञानवन कोड़तारे अननदवन कोड़तारे यानन भौवतवादद �
यारू अक्षर परतिबादवाद आईवत रूपा अन्द यारू मजलनन नोडलीक रूपा तदू
अधेके कोड़ता वर यारू दोरे रूडियती न
अत्मनाः द्वारम् अन्द परमात्मन वरपगलेके
विष्व तैयास प्राज्ञा-काशुदावन balawal choti
अगर इल्ली एकोन विम्षति मुकहा
सप्तांगःा येलु अंगदा
अत्तम्पुत्तु मुरये विश्वरूपा अदु बेरी इद बेरे
नम अश्ट अक सोर प्रतिवाद्यवाद
विश्वरूपा उनन नोड़ीद देवे
अदु एन्ट बेरे अध अक सोर प्रतिवाद्या
परतां क्रनमाक्रवश्प्रतिवाद्यवाद मुरु रूपा
जागरत् स्वपन सुषप्ति प्रदवाद रूपा,
नमे एच्छरनिद्धे कनसुगलन नुनीमिस तकन रूपा,
विश्वधैयिस प्राज्ञ रूपा,
अदु बेरे.
इतु बेरे मूरु अधु तो यफट करें
अनात्मा येन्न अस्ता रूपगोल बेरे,
इद मूरु विश्वरूप तैजश रूपा,
प्राज्ञ रूपा बेरे
इविश्वरूपन के
आने मोरे इद मद्यदली,
19 मोरे इदे,
नदवे 99 आची इद दू,
मद्यदली इरतकांता मोरे आने मोरे
मोरे देना आने सोंडिलिन मोरे,
सोंडिलील उल्ल मोरे अस्ते,
हेकी गरूडनै गे तुंड वन्द इत्तु हीलिदे महोरे एले हेगो,
अनुमनी के केन्ने इदे हेगे हो उब्बीद केन्ने इदे अदोन नेरूदु अस्टे
अवने एला मूरे सरी इदे केन्ने मातर उब्बीखोंडिद। चट्टे आगिल्ला।
हीगे यी बगवनतन विश्वरूपदली मूरे यली सुन्डिली दे। सुखार
माडलीक के एक बेरे भागा इदे अधु उन लेक्का इट्टुकोंडु,
नालकु कै लेक्का माड़ीकोंडु,
यरडु कालु लेक्का माडलीक।
हीगे भगवनतन एच्छरवन नियंत्रिश्वरूपके अत्तमत्तु मूरे अधुरली सुन्डिलु,
नालकु कै,
यरडु कालु सेरी एडु अंगा,
सप्तांगाः।
तुम्म मूरेगलु यल्ला इल्ला। इवरी बिरिगे मात,
अनद एच्छरमत्तु कनसिनल्ली तुम्म मूरेगलु,
तुम्म केलसकलु। निध्ये येल इल्ले इल्ला।
अगि नी एरडु रूपगलन उपासने माडिये गणपती यन्नु वानिगु,
रुद्रदेवर मगनिगु,
आने मूरे वन्दतु। तम्यता उपासने तदेभवती इन्दा।
एच्छरद देवते अनिसिकुंड़ा,
भगवन्द अनिसिकुंड़ा,
विश्वय यन्नुवा देवर उपासने इंदा,
इवनीगे विघ्णानायकनीगे आनेय मूरे उत्पत्तिकी व्यवस्त्या आयतु।
देवर अनि अवरीतींद पुज्जा माडते नाईकी परतते।
विश्वस्य ध्यानादैच्छवक्तरदाम।
गनबति नहीं पासर नहीं आगए
जो वो पासर नहीं आगे
वो पासर नहीं आगे जो वो पासर नहीं आगे
अस्ताक्षरदा बीजा अरंबा
नरायन नरायन नरायन नरायन नरायन नरायन नरायन नरायन
अंतर बहिष्चत स्थर्वं यापे नारायन अस्तिताहान्त
एच्छे गिञ्जिज्जगस्थर्वं दृश्यतेश्रु यतेपिवा
नरायन बनदद इडिय जगत्तिन रूपवागी
यल्लव नररिगे सम्मन्दपट अंतः इडिय प्रपंचक्के आश्रेनागी निन्तिदाने अंतर
अधिन इल्ली हलुग तस्मिन अभिध्यायति विश्वम आत्मनः द्वारम् अंतर
यावदली केलिदरे नरायन अधिडिय जगत्तिन ली तुम्बिदू जगत्तन कोट्टदू
हेगिदे केलिदरे एच्छकिंजी जगत्सर्वं दृश्यतेश्रु यतेपिवा
नमक्योग्यते ये इल्ला काण्ली किट्ट
गळुवा अधर इदे ये नते केलते है अल्लवा
केलिदरू साकू अल्ली दाने देवर। आवस्तिविन अल्ली
दाने गानुवा केलुवा प्रति कनगणली तुम्बिदवानु नरायन
ब्रम्हांडदली पिंडांडदली ब्रह्मांडदली ब्रह्मांडदद वराजे
ये लगा वस्तिविन आच्छुगी दाने प्रति वन्द वस्तुगल खोरगे वन न रूपा
प्रति वन वस्तिविन वलगे वन न रूपा येल वड्ड़्टु सेरी वन न रूपा
अन्तहा बहिष्चा तत् सर्वं व्याप्य नारायन
स्थितहांत ये नरायन मंतरदा मूरु पददार मूरु रूपा
प्रनम नमस्चब्दमत्तु नारायनायन तक्षंत पददतु
अक्षरगल उरुपोंनक नाम कन्दे।
विश्वम् यंतर है नारायन मंते
विद्रास्ट्रम बशुँ उठ्सेख भ्रमार चेतिक अठ्यते यंतर
विट अंदरे वैश्यर अनु हेलतारे
विट विशो विशा हा अंत
मत विट विशो विशा अंत विट शब्दवन प्रजिगले के हेलतारे प्रधाना वागी
अदन प्रजिगल प्रधाना इली विड राष्ट्रम बशुः उत्सेक हा अंत
राष्ट्रक्ये हेसर कोटिदाराजा राष्ट्रम
इद आगी ये प्रजिगले राष्ट्रम देशा अंदरे
अदन विश्वम अंदरे येली प्रजिगलन येलनन नीयंतरिसुत्तानो येली
प्रजिगलीके येलरीकु आश्ट्रय अनिस्चिकोंडिदानो येली प्रजिगलो �
प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली
प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली
प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली प्रजिगलीके येली प्र�
द्वाधशाक्षरदली नमगी उपलब्धियाददरली जेयमूर्ती गुरुगलों
हेलिदा हागे अभयमत्तु वरहिडिदद मात्रा एरडे कैत।
चक्रशंक गदा बद्मत्धला। बन्नमूसामत्य नोडिदरे बिलिबन्नत्।
अत्ता मोक्षप्रदवाद रूपद बन्ना अभयमत्तु वरहिडिदद
मोक्षप्रदा भगवन्तन अलद नालकुकै अलद रूपा है।
मोक्षप्रदवास देवनिके नालकुकै इदे। चक्रशंक गदा बद्मै
इदे। बन्नबिली ये। इल्ली बन्नबिली अधरी चक्रशंक इल्ला।
अभयमत्तु वरहिडिदन नोडिदरे बिलिबन्नत्धला।
अनेक रूपगल इवे नोडिकोल्लिके। अतना ध्रुव
ने यस्टु बगी ने नोडिकोल्लिके बारता था। अतना इस्टे अल्वा इगे अल्वा
एल्लिके इल्ला। अतना इल्ली ध्रुवनीके कोटीरतक अधर साक्षर मंतरदली
नालकुकै भगवन्दन रूपविशेषवन नारदरो एलिकोटिदार अवने योग्यते थे�
अदर आजेगे भगवते नतम बनतु।
मूरनयपदा
द्वाध साक्षरदली नालकु पदके नालकु रूपगलु।
अदर मुझे नोडवा मुगिदागा कोने बारता था।
मूरनयपदा भगवते नवद भगशब्दा।
भगशब्दा यह आचारियर व्यक्यान मडिदा था। विश्वम भगवन्तम् अग एलिदे नान।
शकारक वकारक अर्था भाम अत्तु गाँता। वी अन्धरे
वान अन्धरता। इर्ववनुंता। विशिष्टनुंता।
भगवान् विश्वम.
पड़िदावन। रादाने दाने।
स्विकार माडवद उदु कोडवद एरडु योग्यते वन्तु।
कोडवेकादर स्विकार आगीर बेकल न।
इल्लद वनु कोडलिक इल्ला।
संपत्थ इद्धवन इनने परी संपत्थ कोड़ता है।
अन्न ज्ञानानद इल्ली इदेयो अवनीन परी ज्ञानानद वन कोड़व
सामार्थे उळ्लावन। अन्न भर्गशब्दव। गायत्रिय बीजमंत्रद।
यानानद पुर्णनाद भगवंतना दिव्यतेजस्सन।
बेंकिये बिसी अंते, मय्या बेवरिलिसु अंते, अदल्ला.
मोक्ष प्रदवागीर तक,
ज्ञानानद प्रदवागीर तक रूपातु.
अदना ध्यानवाडते ने इलडिके,
विश्व शब्ददार्थवन गायत्रेली दोरिशि कोड़।
भा अन्रे पापा भाभा अंत नालकु,
गा अंरे काकाका मूरु.
नालकु मत्ते मूरु,
आगातवागी, नालकरिंद मूरक्के.
हन्यरदो रुपगल समस्ट्यन इलिये हेलिद।
द्वाधशाक्षरदली रूपदो हन्यरद अक्षरदली,
अक्षरदन अधे अलवा,
ओम नमो
गौड़ा शंक्रशनाद
अधर बेरी हेलिदे,
अंतर बैच्च दर्स्थरवं अंत बेरी उन्त उन्त इरली इंत
इल्ली यहागे अधे रूपगोल इन्नमे बन्दीवे,
द्वाधशाक्षरदली 12 रूपगोल,
केशवाधी
वास्तवागी देवर अध्द 12 रूप बेरीया इधे,
स्पूर्थी,
सम्मीत,
प्रतिष्ट,
ऐवेल 12 रूपगोल,
शक्त्यादिद्वाधशात्माभूतु
इधन मुदला बारीके नानु हेलिद अधने, प्रकाश सम्मीते
इलि इवत इन वरे के दन्नी आरू उप्पी कोलता इला,
उप्पी कोलाओद उन्दरे तन्दु कोड़वद इला अन्त आचरणे इलि,
देवर ए वन्दु मूटे इंदा,
गुंप रूपदी इंदा,
इन न अन्दके प्रत्ये कथे इदे,
इगा नालक रूपय आवद �
कृद्धोलकादी पंचरूप उन्दर ला,
कृद्धोलकादी पंचरूप दली कूडिद आ अन्त हेलिद दाने,
प्रकासमिता दली हेलिदे,
अद नालक रूप आन्दर वास्तेर संगेश परतिम नानी रुद्धवे,
अइध रूप आन्दर या कृद्धोलक, महुलक, वी
चिंतने माडवान तद्दू,
भगवन्तन सुत्ता इरवान तद्दू,
यल्ल देवर आगी गानवान तद्दू,
अधर सास्त्रोलक मातर हागी ला,
यल्ल बिंकिय ज्वाले यंते इदे,
अधर उनना मातर करिज्वाले,
कपवन,
कृष्णवरणाशिकोच्चते अंतर,
मत्य
आगी ज्वाले,
अधर उनना मातर करिज्वाले,
कपवन,
कृष्णवरणाशिकोच्चते अंतर,
मत्य
आगी ज्वाले, कपवन, कृष्णवरणाशिकोच्चते अंतर, मत्य
आक्रिष्णेनरजसावर्तमानहा अधित्यन पक्य हलतके मंतर दली
एरडणे पद कृष्णेन इधरे,
इन नुन पाड़दली आसत्येनरजसावर्तमानहा इधे,
सत्येन है इधे
सत्येन है वेरा है, इरता है, इरबारद येनी नहीं है
इगे शब्दगोले हिच्चा आगुद,
पदगळे न्यूना आगुद उन्टु
हमसस्सु चिषद,
अमंतर दली अम्बरवादी इधे,
उनकाड़े इलीला
अन पदः सेरुवदु,
पदः बिड़ुवदु,
पदः विठ्यासागुदु,
पदः उट्टागुदु,
उन्दु कड़े लुपसर्ग मत्तु पदवन उट्टमाडतारे क्रिया पदवनु,
केलों लुपसर्ग वन प्रत्तेक पदानिट इट्कोलतारे,
अधिनिल्ली
जाउप्पार्ट्रिया पदवन,
केलों लुपसर्ग वन प्रत्तेक पदानिट इट्कोलतारे,
अधिनिल्ली जाउप्पार्ट्रिया पदवन,
केलों लुपसर्ग वन प्रत्तेक पदानिट इट्कोलतारे,
पज्जानु नाभी हुर्दया वाँग्नासा नेत्रकेशु चान्तारे,
पत् अन्धरे कालु,
जानु अन्धरे काल गंडु,
नाभी अन्धरे मध्यवागा,
हुर्दया अधःकिन्द मेले,
वाक अन्धरे बाई यल्ली,
नासा अन्धरे मूगु, नेत्रा अन्धरे कण्न
अधृत दश्यपदद गायत्री, अथ्तु पदद गायत्री,
अथ्तु कड़े ली नम्म देखमनु अथ्त अवतारगलिद
रक्षनमाड़ता वन। तत् पदम पातमे पादो,
जंघेमे सवितुपदम,
वरेन्यम कडिदेशंचन, अभिम्बर्ग्गःत तैवचा, तत् तत
जंघेमे सवितुपदम,
कूर्मा बेट्टवन्नु होत्तीदे,
मंधरवन्नु,
हेगे होत्तीदे,
कैकालु गंटुगलन केलागे काल ली मडच चिट्टुकोंडु,
बेन्नीन मेले यत्तिदे,
अधर पुरुष्टा गट्टी,
पुरुष्टा एकाधशम विदुहां दारे
कूर्मा नम्म काल गंट नु रक्षने माडवेकानत,
इदी देहद बला होतीर वन्दध वद काल गंट,
हेचिन वरिगेल नोर वीरुदे अल्ली,
कूता आगे यद आज,
अधिन कूर्मान आ उपासने माड़ीदागा काल गंट सरी आगे,
वरे निम्कटिदेशन्चानतरे,
अवन नना
नड़ुदेशनानाभीयन नु रक्षने माड़ीन,
इगे वदन्दे स्तानवनने हेलता वो गतारो,
देवस्यमेति हुर्दयम्,
मेले निन्त देवस्या,
दिव विवहार,
अधरे हुर्दय पूर्वक्वागी विवहार दली जैवन गलिसिदव वामन,
कोट्टु विटा,
तन्ना प्रीति यंने अवने के धाराये रदा,
प्रेमति ने भगवन्त नन्नो,
संथोष खळिसिदह,
आनन्थर परुषिराम धियाह,
अधु कुठिकेय रक्षने,
परुषिराम कुठिके तेगेदवा,
अम्मनद्ये तले आरिसीदवा,
अधिकरीतियागी कृष्णा मत्ते बुद्धा मत्ते कलकी।
ननन कनननु,
ननन हनेयनु,
मत्ते सर्वांगम्मे प्रचोधया थुन्द।
इगीया रूपगलन चिंत्रे माल्ली कोसकर अत्तु कड़े
लिए अत्तु भगवनतन अवतारगलन उपासरे माडवा हागे।
गायत्रिया मन्त्रा अधन नोडिदधाने अधन भगवते यन्नु वल्ली कन्डिदान।
मुंदके वासुदेवाया अन्ता अवन कोनेया अल्लीगे अवन द्वाधशाक्षरा आगत।
नाओ प्रणमवन्नु मात्रका वर्णगलन 50 न वोट्टिगे नोडिद। 50 अक्षरगलन
नमदेहदेल 50 कड़े इली कूठीदे। अधरोटी अक्षा अस्टाक्षरवन्नु नम
वगवाद मुद्दे आगएहेलिदान। वासुदेवाया अन्ता वग अदविआखरतिय मुदलारूप,
वासुदेवाशंकर्षन प्रधिमन अनिरुधर व्याखरतिप्रतिपाध्यर।
अवरन वित्क्रम्मवाज़े नोडलीके वराते,
अनिरुधर प्र�
वासुदेव, संकरषणखेम्बू प्रध्युमन खलधी
अनिरुध्ध कप।
इव उसरष्टी स्तिती संहारा मत्तद मोक्ष परदरुपगदों..
जगतन सर्ष्टी माडवाली जगतन नीयमिस वली..
आनतर जगत्ति न कोने माडवल्ली आनतर
जगत्ति येंदा आचे के मोक्षिवन न कोडवल्ली
अनिरुध्धा प्रद्धिमन स्रिष्टि माडथाने अनिरुध्धा पालने
माडथाने संकरशन सम्हारमाडथाने वासुदेवन मोक्षिवन न कोडवल्ली
अनुगुणवाद शुक्लम रक्तम रोग बमकृष्टमिती इंता
सुथ्यिक्तवाद बन्नगल अवनेके मूलबन्नगल इदे मूलबन्नगल
वासुदेवनेके चक्रशंक गदापद्म नालकुके येली
उलिद वरीको चक्रशंक सामान्नी इदे इदे संकरशन प्रतिमन
अनिरुधरली आदरी संकरशनली चक्रशंक मात्र गदापद्म
इल्ला अधर बदलेके नेगिलु मत्ते वनके इटकोंडिदाने
इदे नेगिलु मत्ते वनके एक जीवसंकरशननीके शेषनीके मूलवस्तु
शेषना आराध्यरूपा अवनली चक्रशंक इल्ला
शेषनली कैमुगिद इदाने हलमुसल इटकोंडिदाना
अननत प्रतिमन ना कैली चक्रशंक इदे स्रष्टिक वस्करनींत अवनो
स्रष्टियागवदू बिल्ली निंदा बाना हुरेगे बन्दागे
बत्तलेके निंदा वनन्दी बिटागे अधिन अवन कैली इरदो शानंगा मत्तु बाना
अनिरुध्धनली कथी मत्ते
शतचंद्रा
यल्लवन्नु तडीवन्त अगुराणी अधिकेस्तुर हागी शतचंद्रा
नन्दका अंत कथी शतचंद्रा अंत वनन्दु डालीने एसरू
जगत्यन रक्षने इलि निंद इदाने दुर्जणरनु सम्हारा माडता सज्जनिके
अक्षरे दो बादो प्रतिष्टे निलीके बेकाद दियरोड कालु केलसमालीके
बेकाद दियरोड कै नदुवे निजवादम प्रधानवादम्ग शिरसु नदुभाग
यह पंचा रूपगलों निंद अधि यह कृधोलकादिगोलनिंद आधि आधि यह
कृधोलकादिगोलनिंद आधि यह कृधोलकादिगोलनिंद आधि यह कृधोलकादिगोलनिंद
आधि यह कृधोलकादिगोलनिंद आधि यह कृधोलकादिगोलनिंद आधि यह कृधो
विश्णुम् उदाहरने विश्वव होध विश्णु होध
यल्लोर उलगे प्रवेश माडिद्दू अवः प्रवेशे दातु
ओंकारू अधे आर्था देल यल्लोर उलगे प्रवेश माडिद्धाने
यल्ल मंत्रद उलगे प्रवेश माडिद्धाने
यल्ल मंत्रद अक्षरगलली देवरु कोठीदान
अधिन विशन वेनमहा अन्ध शडख्षर मंत्र यदू
महा मंत्रगलली सेरिद विश्णु मंत्रके अक्षरगला विश्लेशन यदे
वरेनियम इदःागे गायत्री यल्ली इल्लिसागे
अदेन आरक्षरद विश्णमंत्र विश्णु शडख्षर
मंत्र यदू बगवनतन शडगुन रूपुमने हेलतते
जानशक्ति वलैश्वरिय वीरिते जामसशेषता हान्ता भगवच्षब्दवाच्ष्यनी
अधे मत्य भगान्तर अधे आर्था विश्वशब्दद आर्थवे
आंगा दालनायवांता,
कृद्धोलकाति कळे बारा को indisp.
धन्णकाइंड्य।
यह ज्ञानशिक्ति बलैश्वरे वीरिते जामि सश्यश्यता है। यह पूर्णमाद
था। विष्णु शब्ददा परतिपाध्यवादा भगवन्तना आरु रूपगल था।
यह नमको कस्टागते हैं,
जो नमको गोता गया है। यह नमको अधिक खेलते हैं,
यह नमको एल्ली थें था।
यह नमको पाधा है। यह नमको पाधा है,
यह नमको पाधा है, यह नमको पाधा है।
यह नमको पाधा है,
यह नमको पाधा है,
यह नमको पाधा है।
अधिक खेलते हैं, यह नमको पाधा है।
यह नमको पाधा है, यह नमको पाधा है।
प्राणशक्तिय नहीं लेते हैं,
यह नमको पाधा है।
आयु देवर नालक रूपगल प्यत्यास व्यवस्ते नमको पाधा है।
आगे बगवन्तन आईश्वर्य,
वीरिय, ज्ञान, वैराज्य इदने लेड़िते हैं।
अगरस्य वीरिय,
फेशशश्रिय,
ज्ञान,
वैराज्य ये उच्छे वाले था।
बगवन्तन आरु गुणगल रूप ना इता है। यह एला खड़े ये लिए बगवन्तन
ना शडगुणपुरन इता है। अधिन आरु गुणगल वशट् नमः स्वाह वशट् शब्दली
वशट् ये निधे वसंथ्यत्रेति वशट् ना इता है। आरु इवन इते ना व
विश्णु यन्न वलि वी विशेषवागी शट् आरु उल्लवन में तरता है विश्णु।
आरु इवन अली स्वाभाविक वागी दे मूर इल्ला अध्रिन्दा सत्वरजस तमस
इल्ला वनल्य। अदिन वी आरु रूपगल अल्ली अल्ली इरुद एरडे पदा वि�
अन्त अस्तः काल रूप आध्र दर बहिष्ण परुष आनत गे बूरुष वरग काल आगूद,
वरग काल वरग पुरुश्यू आगूद। वरग नीमनमाडतक खन्त वीक्ति आगी,
वरग नीमनमाडव वनागी। वरह दिद्धु खिंद स
आप्मेत्यारिही एकेवद्विदास्तिता हा इन्नु
अनु जीवन वलगे देहध वलगे हैं। वलगे एरड़िदे।
जीवन अल्ली जीवांगुष्टा
परिमितदीन देहध अल्ली देहांगुष्टा प्रमानेन।
देहध अल्ली देहधांगुष्टा दस्त दोडद देवरिद्धारे।
जीवन अल्ली जीवनांगुष्टा दस्त सुर्ख्षमागी देवरिद्धा।
जीवन अल्ली देहध अल्ली देहध अल्ली देहध अल्ली देवरिद्धा।
वासुदेव एलिदागे देवा अन्धर वसदी थी यर्तः अन्धर विश्वम वलगे दाने।
योंता प्रविश्या मुदले एठी कोंड़ते विश्वम अन्हूं।
वोंकारद इन्धे इड़ते यल्लोंन निटुकोंडिदाने। अधे किली
निनप्पाड़िदाने। एल्ली इदे अंता। प्याक्याना माडवागा,
हिंदे इल्ली बरवेक लाइप। अवनु उ�
एक मत अश्ट माताडता आन वन। मंतरगालने हेलवेक आधरे,
अक्षरगल अश्टू सेरीरता दली बरवेक। अधे
इल्लावन उलेका माड़ता आरे कोठुकोंड।
कोनेगे प्रानान्नमो बगवते पुरुषाय तुब्भियम। नमस्कारमाणी पुरुषनेगे,
प�
पुरुषसूक्त दिन्द वेदोगळ्ळू,
हैंमिर्वांगाग वेधोडरदिन्द,
वेदोगळ्ळ hospital ॥ वेदोगल बीजवे पुरुषसूक्त मेहसुं,
पुरुषसूक्त दूगममेहं मचना पुरुषसुक्त संकतिरखी। फ़ स्पिर्धमीर ढोले,
पु
प्रणमार्थाः व्यारतयः व्यारतेर्थाः रगाधयः
इतियास पुरानंच पंजरात्रंच कृष्णसाँध।
समस्त वाँग्मयमु देवरा चिंतनेन कोडवं अन्तद्दू इल्लिये हरविदे अन्तद।
पुरुष्टुक्तली मूरु वर्गा। मूरु पुरुष इद्धरतेके,
मूरु रुपाइद।
प्रदमं महतास्त्रस्ट्र दुधीयं तुअंडः समस्तिदं
तृथीयं देहिनां देहे। प्रदमं महतास्त्रस्ट्र
मुदल पुरुषरुपय आवदुनरे महतत्तमनु स
प्रदमं महतास्त्रस्ट्र दुधीयं तुअंडः समस्तिदं
तृथीयं देहिनां देहे।
नाम जिवर देहे।
चत्रमुकानले सर्ष्टि माईलिकि निननान सर्ष्टि माईडिद्देने,
निनुगोंद प्राक्रत रूप कोट्टीदेने,
पंच भुतात्मक वाधदु,
निन निननान मुंदे बरली इन्दे अलिदा।
अल्लिननान उन रुद्ध्राधिगान सर्ष्टि माईडिदा,
अधर वले के भगवन्दने इन्था। पुराणि सरती यल्ला रूपगलन,
यल्ला देहगलन,
पुरा अंधर देहा,
पुरमेकाधशद्वारम अंधा।
यह देहगलन के प्रवेश रूपगलन मूरने पुरुष रूपगलन,
पुराणि सरती,
पुरिशेते,
पुरासः।
यह पुरी वर्ग पुरुष रूपगलन बताएं.
प्रति मंतरक्य बेरे न रूपगल,
अवतार भगवन्दन यल्ला रूपगल अले सेरता वें,
इन नेन हेल न अदल अलेएं.
आईवत्वन्द रूपगला आयतु,
इपपटनालक रूपगला आयतु,
विश्वाधी एंटा आयतु,
कृत्धोलकाधीगला आयतु,
जागरदाधी मूरु रूपगल मुगीतु,
अंत भहिस्तितवाद कालपुरुष रूपगला आयतु.
नोडि वडुकूदे इले नो�
सर्च्टि माडताने,
अधर मद्दे ले देवर वदुकूद इथाने,
ब्रह्म विश्ण महेश्वर अन्धराय,
अल्ली रदू ब्रह्म विश्ण महेश्वर अंधरू.
इन दिनम लेक्क वे इला ब्रह्म बन्दन अंतरा रुद्र
बरुवतील बन्द धृष्ण यारी केलिए यारी हेली बरुवतील
अथे यह नता था ब्रह्म विश्ण महेश्वर यह नता था
आचीच हायी था ला वन्दो एना अधरू विश्ण ब्रह्म महेश्वर हेली
इल्ला महेश्वर ब्रह्म विश्ण ओन्ते एली इदी एनु अलगे ब्रह्म विश्ण महेश्वर
हा ये न तेली अधि वियाकरण दली समस्ये के समवानवाण आचीच माड़ी कोणो
राभा।
तरका माड़तीरी होगी अन्धार। बरदी दिर
उत्तर वरदी दिर तरका माड़तीरी एलतार।
ये नोडली इल्ले हेल इल्ले,
महा बारदा सबस्टवागी एलतते हैं।
अवर गच्चन सोगंधीकारतम अंत सोगंधीक पुष्पक्य भीमसेन ओधा आगा,
हनमंत सिक्की इद्दू,
मादाड़ी इद्दू,
इश्ट उद्ध कते आददू।
कोनेके होदा कोरोवर युद्ध दली,
नान आर्जुनना दोजदली कूत कोळते ने,
नान कूकते ने नता,
अवनागी एलिद्दू कपी।
अगे वन्द कोधी थाने,
अवन याके बनदा,
एनु बनदा,
एली बनदा इश्ट उध्ध विशेगल इरुवागा,
इवर ओधी इरुवद इल्ला,
गोत अधिकेंदा मुदल इल्ला,
सुम्मन सुल्ले एलिबिड़तार। गोत इल्ले हेलिद रसुलावा,
नान गोत �
अधिकेंदा,
यश्ट अटमाड़तार,
एनु ने मने एलिए,
अपपाम्मे हेलिद मक्कोल केड़ोगद इल्ला,
शालेये टीचर इगेलिद अधिकेंदा,
अधिकेंदा निम्म गोत इल्ले अधिकेंदा,
नाओ शाले ओगलिल्ला अथा मगुविन तलेली गोती इरते थे ख�
पर वालिक रिशी रूपदीन्दा बगवन्ता,
एक रिशी गलो अचरन नड़ेस वेगली आगे नारदादी गल लेले सर्च्टी आगे आगे थे
Rooter Devl on the Ge students upon clicker
देरूतरदेवन्ग्गे पाोड़नामस्लच और रुपणगौर्ड Seldom been to Suomen
I see little bit
I'm having problems
हाआगर क्षंपर हीवाजा इन्हें、 Hafaga master
नरायन देवर। अवन उट्टीगा उट्टीदा इब्बुर
मत्य हरी मत्य कृष्णर। इदा मूरु जनरु देवर।
भगवन्धन रूपगल। मत्य कपीला,
देवहुति मनेली बन दिदाने, आन अंतर दफ्ता,
मत्य यज्ञा,
आबलिका रिषभा,
मत्य इग बरुव�
भगवन्धन रूपगल। इदा जनर।
पुरुष सूक्त परतिवंद।
समग्रवागि वेदमातातु गायत्री तद वेदहा पहूरशं सूक्तम्
इडिया पुरुष सूक्त के गायत्री परतिपाध्यवाद रूपा थू।
देवर पुरुष भावाद रूप बेरे थागे,
यह भावाद रूप बेरे थागे,
यह भावाद रूप बेरे थागे,
यह भावाद रूप बेरे थागे,
यह भावाद रूप बेरे थागे,
यह भावाद रूप बेरे थागे,
यह भावाद
रूप बेरे थागे,
यह भा
भगवन्तन है ग्रीव रूपदा अलंकार इल्ली आगवद इल्ला,
अन्धा कृष्णनिके उन्दम्मे शुक्रवार स्थीरूप अलंकार आगतीदरे आगवद आओता
अधरे हिन्दिनिंदा देवर स्थीरूप आन्दरे वन्दे वन्दु नमेकि सिगवद उपासनेकि,

शास्त्र के सम्मंद पड़त दल्ला अन्धा आचारेर वाद इद वास्तवाई,
इगे तंत्रसारदा अनेक रूपगला पके नमेकि हेलीके कारणा आचारे मद्वरा
तम्मंदीरू विष्णुतीर्चरू
बहल अद्भूतवागी सन्यास पद्जती बरदीदरू,
आचारे
नक्ये इकस्टे शतोत्तरा अन्धा। एकेन आचारे तंत्रसारदा बग्गे
हलुवाग एक माते अलतारे,
ग्रंथोयं पाठा मात्रेन सकला बीश्टव
सिद्धिदहा। इन यावग्रंथकु आचारे मद्वर तम्म पलमन
ग्रंथोयं पाठा माठ्रेन सकला बीश्टव सिद्धिदा।
अधिक्यादावाद पूरा पलवन कोड़ता है
अधिक्यादावाद पूरा पलवन कोड़ता है
अचार कोड़ता है जीवार्थवन मातर कोड़ता है बागवतन मुन्द वरिसीदर।
आत्मशब्द के इरवा देहा,
मनसु,
जीवा,
परमात्मा यल्ला शब्दद दूडितदली अवना ध्यानदचिंतने
मुन्दे एनो अवनेके लाभायन वद मत्ते नाले। दिवसा सरी कृष्णार।

Đang tải...
Đang tải...
Đang tải...
Đang tải...