जब मैं करूँ सवाल तो की चुप रहे बाई चुट की करे वकाल तब भी कुश रहे बाई
वके चलने की आदत वो निकल रहा बाई रंग बदलने की आदत गिरी किड़ खड़ा बाई
जब मैं करूँ सवाल तो की चुप रहे बाई चुट की करे वकाल तब भी कुश रहे बाई
वके चलने की आदत वो निकल रहा बाई रंग बदलने की आदत गिरी किड़ खड़ा बाई
इंसान दुखे बासे
सब इन एवले का कासे
पाप के पाइसों का माचे
इंसान दुखे बासे
टाको करुआ मुरताक लाशिंग जूस पर रहे देख सोमा
ये दिन को रात कर या तो रात को दिन गांधी देख दे ये हो जाते ये कोमा
इंसान दुखे बासे
सब इन एवले का कासे
पाप के पाइसों का माचे
इंसान दुखे बासे
तो मिट्टी की का समाज मिट्टी के ऊपर कल मिट्टी के नीचे
तोकरी के खेकड़ी ये पेरों से गिचे
जननत एक वापमा के पेरों के नीचे
वफ़दारी में ये कुट्टों से बीचे
मुसीबतारी तो बागी ये सल्दों में नीचे
इन्हें आता भी ना तेरार बागे लेहरों के पीचे
पैसे वैसे सुझादा में तो टेलेंट से रीचे
ये दज्जल की सोच एक वाकर सुना देख
जिसी का तेरी शूटर बस दिकरी वो फेक
मिलेगा तुझे रब अगर बंदा है तुने
कासे बाप के पैसो कमाजे इनसान दुखे बासे