आमरे बनाई आबुका दिया गलेर धुका
छैरा गले कोली जै दाख लगाया बैदा मोरे निरालाय तोर मा पाया
आमरे बनाई आबुका दिया गले धुका
छैरा गले कोली जै दाख लगाया बैदा मोरे निरालाय तोर मा पाया
आमरे बनाई आभुका
पुझे नाई तो अमी आगे
पस्तो लागे बुकर भी तरे
बाछे धाकार काथा बोले
प्रेमे छले दोरे गेलि शोरे
पुझे नाई तो अमी आगे
पस्तो लागे बुकर भी तरे
बाछे धाकार काथा बोले
प्रेमे छले दोरे गेलि शोरे
प्रेमे छले दोरे गेलि शोरे
तुई की शुखे आछिश बोल, आमारे दुख हो दिया
आमारे बनाई आबुका, दिया गलेर धुका
छाई रागले, कोली जाई दाग लगाया
बैदा मोरे दिरालाई तोर मा पाईया
आमारे बनाई आबुका
छिलो ना तो कुन चवा, कुन बवा
अभायो बशाते
चिलो ना तो कुन चवा, कुन बवा
अभायो बशाते
चिलो ना तो कुन चवा, कुन बवा
तुई की भालो आछे इसे बल आमरे मुन भंग्या
आमरे बनाई आबुका दिया गलेर धुका
छैरा गले कोली जाई दाग लगाया
पैदा मुरे दिरालाई तोर न पाईया
छैरा गले कोली जाई दाग लगाया
पैदा मुरे दिरालाई तोर न पाईया
आमरे बनाई आबुका