लिप्स बाय लंगा नुयादाओ
भौईविया हगणी भतर के घादे
बटके से जिया फलोंगाले रूपों ले
ये सखी सुनाना
भौईविया हगणी भतर के कावरे
बटके से जिया फलोंगाले रूपों ले
ता हली हली उठवन ससोडिया रे
ता सखी मीला भतर लाला गाडिया रे
थोड़ी की कोड़े लाला गाडिया रे
सखी मीला भतर लाला गाडिया रे
धोड़ी की कोहे लाहडी
पढ़ हो ले ना लिखा ले उता
हवे या ना पढ़
वो हुस्सनी मन बढ़ते होमा
छोट के देवार हम
पढ़ हो ले ना लिखा ले उता
हवे या ना पढ़
वो हुस्सनी मन बढ़ते हुमा
छोट के देवार हम
टाउ यहां ते बढ़े चला बेव
होहा
तो सखी मीलाल भटार लाला गड़िया हो धोड़ी के कोहेला होड़िया हो
छोड़ होने जबाने में नाँ उनका उज़ाता भरत नयखे होड़िया होड़े सुखाता
छोड़ होने जबाने में नाँ उनका उज़ाता
भरत नयखे होड़े सुखाता
बोरत नयखे होड़े सुखाता
मैं इखे हूँ दिले हमोर और सही सुखाता
तो खामी चोंदन मिला बस नज़रिया तो सोखी मिला भाता रोला गड़िया धोड़ी के कोहे ना होड़िया