दीपदुर्गा महादेवी अध्यास्चर्यस्वरूपिली दीपाकृतिर्दिव्यदेहा बतसर्वं जगन्मई।
ओम् आम्हरीम्क्रोम् महादेवी प्रत्यक्षम् अमदेवताः बूजये देवी प्रत्यक्षम् सर्वकार्यत्रवेदने।
ओम् आम्हरीम्क्रोम् महादेवी प्रत्यक्षम् सर्वकार्यत्रवेदने।
दीपादुर्गै उन्दरिसनमे जन्मसाभल्यम अधुनिजमे।
विलकिन उलियिल कलकं तीरुम।
पूडिय पनित्वुगै ओडिये पोखुम् सत्तुनी अम्मा सित्तुनी
सत्तुनी सित्तुनी आनन्दम्मान दोर अर्पुद सत्तिनी
दीप दुर्गै उन्दरिसनमे जन्म साभल्यम अदुनिजने
पादिनक्त कैगली पड़ेकलमे बगबदिनानुन्द कड़ेकलमे
पादिनक्त कैगली पड़ेकलमे बगबदिनानुन्द कड़ेकलमे
मरवेने उन्दै वरू पढ़मे तिरवेने इनी इर्जयमे
निरन्दरं सुगंदरूँ पढ़ारसमे निरैन्धैंगुं सूटर् वीडुं पोलिमयमे
निरन्दरं सुखंदरूँ पढ़ारसमे
निरेंदेंगुम् सोडर्वीदुम् उनिमयमे, योगीयर् ञानत्युनिरानिलयमे, दीपदुर्गैवुम् धरिसनमे, जन्मताभल्यम् अधुनिजमे.
अधुनिजमे जोगीयर् निरेंगुम् सोडर्वीदुम् उनिमयमे, जन्मताभल्यम् अधुनिजमे.
शंक चक्करं तामरये विल्लम्बु सूलं तोट्रिरुदे पंगलं उंगि वरिंदिरुदे इरुकरं अवयं वरंतरुदे
पंगलं उंगि वरिंदिरुदे इरुकरं अवयं वरंतरुदे
माहेशन् तुनये इदय जोधिये दीप दुर्कै उंधरिसनमे जन्म साभल्यं भदनिजमे
दिलकिन ओलियिल कलकं तीरुम् उडिय पनिपुहै उडिय तोखुम् शत्नी अम्मा सित्नी
शत्नी सित्नी आनंदन्ये
पानदोर अपुद सक्ति नी दीप दुर्कै उन्धरिसनमे जन्म साफल्यम अधुनिजमे।