शायक भी आई तो न धोगी में
पी
अब नहीं दुध हमका तोरी में
धार के पी आई तो न धोगी में
अब प्यारी बैठाई के हाथ से
अब
प्यारी बैठाई के हाथ से
दुध हमका तोरी में धार के पी आई तो न धोगी में
अरे जीत नहीं करते हैं
सुबस थे गईले गईले याम तारवा रात में गईला
भीक और सौसे गुरुदे उठे साथ में जनना अच्छा
बना वार हमार भावते भत माने लुना भाय़ जबसे गईले सौदी
बाल फूरल बर रखो हो यसे टोरी में आरे सुना का भोती अब
नहीं दुध हमका तोरी में धार के पी आई दो न धोगी में