इधन गई ओर अगर शाम तो फिर क्या होगाक्या होगा तो फिर क्या होगावो भी जाएंगे जो बदनाम हो फिर क्या होगावो भी जाएंगे जो बदनाम होगावो भी जाएंगे जो बदनाम होगामन के मुलाकात हुई जाती हैन बहाने से चला पामफिर क्या होगातो फिर क्या होगावो भी जाएंगे जो बदनाम हो फिर क्या होगाप्रदनाम हो फिर क्या होगातो फिर क्या होगाकुछ डरती हो तो हर बात से दर लगता हैहमको लोगों के समालाच से दर लगता हैखुल गया राज सरे काम होईखुल गया राज सरे काम होईकुछ डरती हो तो हर बात से दर लगता है। ।