विश्णू को अवतार
मारो धरनी धर भगवान
खेती माई नाम कुमायो
जिन तुनिया जावे जान
धाकड समाज खेती में नम्बर वन हूँ
उठका ठाट भी एलग
अमलाकी खेती
सोसो बिगा जमीन
और रुपया ठगा में कोई पाछे
धाकड समाज है ही कोई नहीं
येह आसाचे डी मूज़िक पाजायंस
धाकड को ठरको नयारोशे
धाकड को ठरको नयारोशे
और भाई नीचे पाजे धम्दमान चपाको नकरो नयारोशे
और
जो धाकड समाज से दिलों करता है एक पार दोनों हाथ बिल्कुल उठाएं
है
और मेरी माता वेने को भी ढौठे
से भी धन्दमान
चपाछे दिलों करती हैं।
बाईसाब
धाकर ना कड़ काई करें धाकर को नखरो नारोचे
यहाँ
अरे सो सोफी का खेट आपके गाम के जब को नारोचे
ऎम
शर्पन्च उकारलाल जी धाकर उन के दरव से उने बारबार धने बात
धाकुर जी मराज उने खुद ते
उतार जी सर्पन चिमहरो यार बड़ो दिलगार से
कहेंगे कौनी भी सिर्पन घंडर होती है
रेतर दैलें
सर्पन साहन मेखें धवाद, हमें वे थी, हमी लगी
हैं
शर्वन साब की पूरी टीम यहां मंच पर है
ऋरि दर्श का दुनानो,
किने अभवार संगी dekhnaano, kine abhawar sangi
अरे सर्वड में तो करी दोस्ती भारत में दाम चलता है
देखिएगा मैंने एक चोटी सी बात पहले कहके छोड़ दी थी
हंसा जी मैं एक बात कहूँ आपको
कि कौन कहता है बुद्दे इस्क नहीं करते
इसक करते हैं इसक
करते हैं लेकिन लोग उन पे शक नहीं करते हैं
है है करते हूँ क्या
इसक
महोपत करते हूँ
पर मेरी बात सुनो सर्वड जी की फूल ही रोडों
पे उगने लग जाएंगे तीन बागों का क्या होगा
चर promise
पिनारों पे क्या रखा है?
अरे महबत करनी है तो बाहों में आओ
इशारों में क्या रखा है?
बला वावा तो कर दो एक बार
पर मेरी बाया सुनो इनकी लिए
मैं भी सुना देती हूँ सभी
सर्वन साहत के जितने भी दोस्ते हूँ
दोस्ते मैं जो भी हैं
आपने काज़ास वाल नो नियूधाएगर लोना सुनो
देखिये साद्यों कर।
फिले का जमान में हूट आगी।