धड़क धड़क धड़क धड़क धड़क धड़क धड़क धड़क
लागरूग सुहाना
धड़ी धड़ी धड़ी धड़ी धड़ी दिल में आये जाये
एक पर्द सियन जाना हो लागरूग सुहाना
कल मैंने उनको देखा इथ सपना दिनको देखा
नैन मिलाके नेह लगाके चैन गणाया
अपनों के मैं आख चुराऊ आख चुराऊ
मन भाया बेजाना हो लागरूग सुहाना
मेरे नेनों से मेरे नेनों से दिल में तम्हाई खोई
मेरे हाँता का हसना
दिखाए कोई वन्मन्दिर में
दिख रहे हूँ दिख रहे हूँ दिख रहे हूँ
व्यार के दीप जलाना हो लागरूग सुहाना
तुप तुप ठाके इशारों से, जैन चुराए इशारों से
पास ना आए, दूर न जाए, जी तर्चाए, मन के चूर को देख न पाऊं, देख न पाऊं, मिल न कोई बहाना हो, ला बरोग तुहाना
ठक ठक ठक ठक धरके जियाना
ला बरोग तुहाना