अरे खुली खुली जात बाते कोमर से साडीराजा जी हो धालेता बंबाई से गारीतू बाड़ा बाहरा जमानी बोला के समहारीराजा जी हो धालेता बंबाई से गारीबाते या ना पूछेला तूमेहारी के मान केछोड़ी के बलम्वारा ताड़ाय अपना धान केबाते या ना पूछेला तू मेहारी के मान केछोड़ी के बलम्वारा ताड़ाय अपना धान केबेवारा से आन भाईल नोईखे नाड़ीराजा जी हो धाले ता बंबाई से गारीससगा पुलाके साइया छोली गयी लो बहाराससगा पुलाके साइया छोली गयी लो बहाराकरे जवा में दोरा तो हमरे देखे तु गाराससगा पुलाके साइया छोली गयी लो बहाराकरे जवा में दोरा तो हमरे देखे तु गाराधारमेंदर भात तोनी धारमेंदर भात पुछा मोर लचारीराजा जी हो धालेता बंबाई से गारीखूली खूली जात बाते कमरोस साडीराजा जी हो धालेता बंबाई से गारी