अरे खुली खुली जात बाते कोमर से साडी
राजा जी हो धालेता बंबाई से गारी
तू बाड़ा बाहरा जमानी बोला के समहारी
राजा जी हो धालेता बंबाई से गारी
बाते या ना पूछेला तू
मेहारी के मान के
छोड़ी के बलम्वारा ताड़ाय अपना धान के
बाते या ना पूछेला तू मेहारी के मान के
छोड़ी के बलम्वारा ताड़ाय अपना धान के
बेवारा से आन भाईल नोईखे नाड़ी
राजा जी हो धाले ता बंबाई से गारी
ससगा पुलाके साइया छोली गयी लो बहारा
ससगा पुलाके साइया छोली गयी लो बहारा
करे जवा में दोरा तो हमरे देखे तु गारा
ससगा पुलाके साइया छोली गयी लो बहारा
करे जवा में दोरा तो हमरे देखे तु गारा
धारमेंदर भात तोनी धारमेंदर भात पुछा मोर लचारी
राजा जी हो धालेता बंबाई से गारी
खूली खूली जात बाते कमरोस साडी
राजा जी हो धालेता बंबाई से गारी