दिन्खे खातिर भूरुमा
सुनाये घोड़ी ढोड़ी कोके नाचाऊता
हमारा ओरी सामान राखा सुपा
सुनाये घोड़ी ढोड़ी कोके नाचाऊता
हमारा ओरी सामान राखा सुपा
कवना जीला घार हाटे, बोला ए कबूता
कवना जीला घार हाटे, बोला ए कबूता
बड़ो पगल आईल हमारे
तु देखे खत्र बुफार
बाड़ा बागलाई लहामर
तु देखे खत्र बुफार
तो देखाला
तु ना देखला हापान
बाड़ा बागलाई लहामर
देखाला से दूड़ी
तोहार जागता फील हो
छड़े मदहो सी तोहार
देखी बाए कमील हो
गहरा ना ना बाबी नाच्यो
बाई ठीके देखा
आँख से के आईने
बाड़ा खाली आँख से का
जुवा जानी देह मारी
सीटी जैसे कूकर
बाड़ा बागलाई लहामर
देखे खत्र बुफार
बाड़ा बागलाई लहामर
बाड़ा बागलाई लहामर
देखे खत्र बुफार
रोख देले बाड़ तूता
छोई किहु माँचा के
छोई किहु माँचा के
जाईबु ना बाचके, जाईबु ना बाचके, जाईबु ना बाचके, जाईबु ना बाचके, जाईबु ना बाचके, जाईबु ना बाचके, जाईबु ना बाचके,
पाड़ बागल आईल हामर, देखे खात्र बोभार,
पाड़ बागल आईल हामर, देखे खात्र बोभार,
देखे बाला चिस्त हाईले हामर,