मानव ना जोय बेकोरब देवर के रजाई में सूती सइयाजी
मानव ना जोय बेकोरब देवर के रजाई में सूती सइयाजी
कि कब से बानी हम ताराई में सूती सइयाजी
मानव ना जोय बेकोरब देवर के रजाई में सूती सइयाजी
कि कब से बानी हम ताराई में सूती सइयाजी
देहनाथ़ कोयี่ले हनी खाईले हनी खाणा
लेके बिछा मनाया पन धोली थिकाना
देहना तकोये लिहनी खायी लिहनी खाना
लेके बिछा मनाया पन धोली थिकाना
माजा ना मिले रौवा सेज के लडाई में
सूति स ल्यान जी
MAJA ना मिले रौवा सेज के लडाई में
सूत्य स ल्यान जी
कब सेबानी हमटा राईमें
सूति स ल्य्यान जी
कब सेबानी हमटा राईमें
सूति स ल्यान जी
रोवा ना ही बुझी मोरम साफा बानी बाऊरे,
देखी के रोहन राऊर माथा होला खाऊक।
ना ही बुझी मोरम साफा बानी बाऊरे,
देखी के रोहन राऊर माथा होला खाऊक।
मोच्छपाहाराई रऊवा छूठा हूं बड़ाई में सूति संयाजी,
कब से बानी हम ताराई में
माहनब ना जैबे कौरब देवर के रजाई में
सूति संयाजी,
कि कब से बानी हम ताराई में