ओ लविम पूछ तारा हाल राज़वू
पहले बाद वराबे हाल राज़वू
ओ लविम पूछ तारा हाल राज़वू
पहले बाद वराबे हाल राज़वू
नाही आई बहुत गड़बड़ हालात करता
हमरा मौती के बहुती खराब करता
देवरवे होली के सुरुआत करता
ये सयोज दिनवाल रात कोरता
देवरवे होली के सुरुआत करता
हात जगहा कुझगहा लगाई नुहा
अरे बाद वराबे हाल राज़वू
देवरवे होली के फैदा उठाई नुहा
नास को दी धोनु पुहार
वो होवे बड़का चिना
रंग डाले खाक जगहा रालास करता
हमरा मौती के बहुती खराब करता
देवरवे होली के सुरुआत करता
ये सैयोज दिनवाले रात करता
देवरवे होली के सुरुआत करता
वो कर देखी के चार दर रागाता रे
चौन माने के नहीं उमानोता रे
ओ मन सुझी तो संपोस के
साम्य घूमोता ये नेवोने
जान कहवा से मुदा कलास करता
यूटो में भूमा लाता
हमरा मौती के बहुती खराब करता
देवरवे होली के सुरुआत करता