दुङ्याटयाप चायको парढ़ा गु्धिल्माताष所以呢ल ताला...
होली کے
لہریا کے سنیاں
हाईर سنیاں
मुरा سنیاں
قدر نہ جانے
होली کے لہریا کے
کبھلे بچھا کے راکھی
کاھلे
بچھا کے راکھی
हम आपनी जवनिया के
दिब्राँ
हाईर दिब्राँ
विकार
प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान
प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान
प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्राज़ान प्
काबलें बचाके राखी हम आपनी खजन माके
विकार
सागर जई पिया बारा में दारेदा कब न पुराबे हमरा खोलीया में सागरदा
अमर एस खान न बुझे मोर तरपती जवनिया के
मोर देबरा रोज रह डाले
चोली के भी दरिया में