पिया बाहर सोया है वो बेदर दीर
देवर जाई वो ढाओ लागता सरदी
पिया बाहर सोया है वो बेदर दीर
देवर जाई वो ढाओ लागता सरदी
फर फर करके चले हावाएं थर थर का प्यसीना
तेरे प्यार की धूप मिले तो आये मुझे पसीना
फर फर करके चले हावाएं थर थर का प्यसीना
तेरे प्यार की धूप मिले तो आये मुझे पसीना
आजा बाउनी
आजा बाहों में कसले वो हमदर्दी
देवर जाई वो ढाओ लगाता सरदी
मेरी जमानी के दरवाजे की कुंडी खड़ खड़ा दे
कर ले प्यार बेसक मुझे से मेरी निंदे उड़ा दे
मेरी जमानी के दरवाजे की
कुंडी खड़ खड़ा दे
कर ले प्यार बेसक मुझे से मेरी निंदे उड़ा दे
गोबीन कोपी पिला दे हमें हरदी
गोबीन कोपी पिला दे हमें हरदी
देवर जाई वो ढाओ लगाता सरदी
ए देवर जाई वो ढाओ लगाता सरदी
ए देवर जी ओड़ा दीजिये न