सहलो न जाता कुछ कहलो
न जाता
पिया हो अकेले अब तर रहो न जाता
जाता जी अच्छ अच्छ नाचे बोलों जी
रोही के रोहे जदी दिली में तुह राता
काहे लैलो गाउना कराके
बोलों जी रोही के रोहे जदी दिली में तुह राता
काहे लैलो गाउना कराके
त्यारी के पोलंगीया
प सपना किसे जपिया हम हो सजावले हो बानी
कोही आया इबरावुर रह में पलक दुन
हम हो भिछावले हो बानी
त्यारी के पोलंगीया प सपना किसे जपिया
हम हो सजावले हो बानी
कोही आया इबरावुर रह में पलक दुन
हम हो भिछावले हो बानी
रतिया में जब हम सूती अकेले
लाइला सापना में के बलावँर जी रहा ही के रहे
जदी दिली ये मतुरात काहिलाईला गावना करा के
बलावँर जी रहा ही के रहे जदी दिली ये मतुरात काहिलाईला गावना करा के
तोहरा बिना कुछ अउनीक ना ही लागे
कट धावे भाव आया मनवा
साँसे बदन राजा रहोई के खोँजे
कब होई हमसे मिलनवा
तोहरा बिना कुछ आउनीक ना ही लागे
कट धावे भाव आया मनवा
साँसे बदन राजा रहोई के खोँजे
कब होई हमसे मिलनवा
यवा मित्ययवू तो ठीक ना इखो कहरो
लगता के बाला कोना सवतीन पमारो
कहो बरबीन्द जी से जाके बोलो मुझे
रहा ही के रहे जदी दिली में तुहरा ता
काहिला लगो ना कराके बोलो मुझे
रहा ही के रहे जदी दिली में तुहरा ता
काहिला लगो ना कराके