बिच माझ धार मेंजात बाड़ो छोड़केदिलावा की रिसाजानाच के में तोड़केबिच माझ धार मेंजात बाड़ो छोड़केदिलावा की रिसाजानाच के में तोड़केयाद पड़ीतुहरी आई अके हम के सताई इति बनावा के जाने तु भुलाईकब मिला हूँ सपनावों में आई हाँजान मिला हूँ सपनावों में आई हाँकौरा बहीँ तिजार आर जब तक जीतियारस वापी रहके हम ता घुट घुटके पियाकौरा बहीँ तिजार आर जब तक जीतियाजब तक जीया रासा वापी रहके हम ता घुट घुट के पीयाहम ता कई नी वापा कहे भाईलू खाफाहम ता कई नी वापा कहे भाईलू खाफाबस हमारा कितने बताई हाँ होआप मिला हूँ सपनावों में आई हाँ होजान मिला हूँ सपनावों में आई हाँ होतोरा बीना लागे सब सूने साने प्राड़ भी न होला जैसे दिहियां बे जानेतोरा बीना लागे सब सूने साने प्राड़ भी न होला जैसे दिहियां बे जानेरोके कोईंरोके कहे संजीत सुन मनावा के मीत दीरित बरज की रिसना धरई है होकौब मिलहूं सपनवों में आई हाँ होकौब मिलहूं सपनवों में आई हाँ हो