जीवाना अपने महाने के
जीवाना अपने महाने के
जीवाना अपने महाने के
जीवाना अपने महाने के
जीवाना अपने महाने के
जीवाना अपने महाने के
भूलो पजावी चला हेला
अभी योहों माने के
खेला ने मा
वो लालो बाया खाली
फुलके ना मरे लेके
तो ना
एरे
तो ना
तो हरा कोई ला के बाद साहा बासिक हो कोई नी
यही जिस यो सारा के पीछे हो मैं आसिक हो कोई नी
धाक धाकन सोलू से पूछे लो ना लगे
जब से भी मैं से कोई लूँ तू निकालिके
तब से हो कोई नी दीवाना तो सब मना लेके
जब से भी मैं से कोई लूँ तू निकालिके
तब से हो कोई नी दीवाना तो सब मना लेके
अब तुरा अपसोस