गौरे नजर से देखो दिखती शूरत में सीरत
एरे कर रंग दिल की बदले न पल पल फितरत
हसके वनाता पूछे बातों ही बातों में
पूछे क्या है कीमत तेरे इन खापों की
इस दीवानेपन की तेरे अर्मानों की
मन्सूबों पे तेरे बरसा ऐसा पानी
धुलती है शक्सियत ना मिला कोई सानी
है आगाज ये या शिकस्त मेरी
तास्ताने शौप हकीकत मेरी
सुनके मेरे किस्से फिर बोले बाखबर वो आए
तुछ से पहले मस्खरे बाजारों में
खुशी तु ढूटे जिसको है निलाम इश्टिहारों में
फिर क्यूं यकीने
हो मुझको इस हल चमन पर
कारोबारी ले डूबी
जब यारों की यारी
है आगाज ये या शिकस्त मेरी
तास्ताने शौप हकीकत मेरी
श्यागोद कारोबारी ले जाकर
तास्ताने शिकस्त मेरी
तास्ताने श्यागोबारी ले ज़गने को है
नहीं है
या खैरां जिसको है
या खैरां जिसको है
या गू�uten और लेते तोहे路र में
दस दन ने शोग
आसके तुझ से पूछू
बातों ही बातों में पूछू
क्या है कीम तेरे खापों की
तेरे इन खापों की
क्या है कीम तेरे इन खापों की
कर दो