बहयहो एक जना के नाईने बिया अभवालगा
उन्हां के अपनी पतनी के छोड़ के कमाई चल गल बनी
अर जो उन प्यारों के बाबुजी के घरे मिला रहे उन मिलत नहीं के
पतनी बियोग में पती के चिठी लिखातीया
आई अपन दिल के भाव हर भाव बतावतीया
कैसे बतावतीया
कितना यगना के लाज रखी
कहियाले बंद आवाज रखी
ये पिया कितना यगना के लाज रखी
अब हमसे ही दर्द सहात नहीं खे
बस हम तोरी घरे खईला पिला खाती नहीं खे
हर सुख चाही देखी कैसे खातीया
कितना यगना के लाज रखी
कहियाले बंद आवाज रखी
कतना यगना के लाज रखी
कहियाले बंद आवाज रखी
इतना दूख नहीं सहानी
कब पापा के घर में
कब प्यार नहीं मिलाल पपिया
पियाओ के घर में
सुख चाही देखी कैसे खातीया
एसु बात तो होके नेखे बुझात
कि येने कितना तकलीफ होला
बड़ा दर्द होला हो
तुहार जब जब याद आवेला ना
आँख से आशु गिरेला गेला
कहिया समझ बतू
सुना सारी सारी रात अखिया जागल है
पियाबा के इंतिजार में
पियाबा के इंतिजार में
कोई ना कसूर कोई ना जानम में भाई
जानत ना बानी हम प्यार में
जानत ना बानी हम प्यार में
सारी सारी रात अखिया जागल रहेले
पियाबा के इंतिजार में
कोई ना कसूर कोई ना जानम में भाई
जानत ना बानी हम प्यार में
मिले ना ही मौत हम के जहर्या जुदाई में
कब प्यार ना ही मिला पपिया पियाओ के घार में
कब प्यार ना ही मिला पपिया पियाओ के घार में
मिले ना ही मौत हम के जहर्या जुदाई में
कब प्यार ना ही मिला पपियाओ के घार में
मिले ना ही मिला पपियाओ के घार में
मिले ना ही मिला पपियाओ के घार में
मिले ना ही मिला पपियाओ के घार में
मिले ना ही मिला पपियाओ के घार में
कैसे जाके ना ही हर में कहा बुदरात के आपनी मजबूरी
मन बन घुमा तावे हिरनी के जैसान कहावा मिली कस्तूरी
मिले ना ही चैन कता ही आथो पहार में
कब प्यार ना ही मिला पपियाओ के घार में
प्यार ना ही मिला पपियाओ के घार में
प्यार ना ही मिला पपियाओ के घार में