तरब तर भटक रहा था ढूंडने को मैं खुशी तभी न जाने कैसे तुम मिली
तुम्हारी बातों के अलावा लगता न है दिल कहें इतनी कब ज़रूरी तुम मिली
हो रहा है आहो चका मुझे पे तिरा से थी नहीं मेरी है बन गई सिंदगी हसी तुम से बनी
मेरी खशी तुम से बनी
तुम्हारी बातों के अलावा लगता न है दिल कहें इतनी कब ज़रूरी तुम मिली
दूर बेटी हो जाए कहें पासो तुम मेरे दूरियां हैं अभी चंदे ही फिर तुम मेरी
मेरे परी तेरी हसी मेरी खशी
मेरी खशी
मेरे करीब
मेरे करीब