सटाना बास वो दो मास कोही के
सुनाना दोहर वो कावास कोही के
बोजा रा
एह
अच्छा चो
सुटा ना बास वो दो मास कोही के
सुनाना दोहर वो कावास कोही के
होई के टोके नि हारेना भोरे
सुना
बला
कोहँ बुजे हम के नफां गये गोरी
कोँटी होमी होबे डङ गये गोरी
कोँटी होमी होबे डङ गये गोरी
हम के दारा बेला तुम लाइफां के नुख पे
नौजल गड़ा वले बाड़ा हमाल लच्छु अख पे
अब कहां देखी रहे हो
अरे हम का कोई
कोई ज़वन करो धारो पूह में न मोरी न
तो ब्यार से पाजा में आजा ये गोरी आ
अरे अरे तो हम जोले चला न चारो औरे
जी
अरे कहां बूजे हम के लाफां गये गोरी
कोँटी होमी होबे डङ गये गोरी
आजा ये गोरी
सुन सु दया रभा बाल जाने कारा
दूरे रहा नहीं छाते पाज़ाधा
देर मुले
ताने दूरे रहा
तुन तुन के तु सुन बात मान ले
काहे
आवर चले हम जाने ले
सुना
लागे धईले बाधारा हात खोरे
आरे कहा बुझे हम के लाफां गये गोरी
कोँटी होमी होबे डङ गये गोरी