दामन पामन गज़गा पहर मैं नाथूंगी जी भरके
तामण पामन गज़गा पहर मैं नाथूंगी जी भरके
ओ धूंगी लाल दुपटा एक हाथ में देशी कठा
कठा
हो जा सारा पहेर में नाचूंगी जी भरके
दामन पावन गज़काँ पहेर में नाचूंगी जी भरके
माते की बिंदियां दम के जब थुम के मारूं जम के
बानियों सिखर दुपेर मैं नाचूंगी जी भर के
दामन पावन गंज का पेहर मैं नाचूंगी जी भर के
बाला भी रूटे कब रिष्टे नाते ठूटे उटे
नाजुक दिल में लेहर मैं नाचूंगी जी भर के
दामन पावन गंज का पेहर मैं नाचूंगी जी भर के
धंग देखे ससी भी लाजे खेलास भी पास भी राचे
पुजा माहुर धावे केहर मैं नाचूंगी जी भर के
दामन पावन गंज का पेहर मैं नाचूंगी जी भर के
नाचूंगी जी भर के
दामन पावन गंज का पेहर मैं नाचूंगी जी भर के
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật