आई लोप्पा गुना रंग बादा ले दे भीतर गे
काहे ले बनो हाखी छाउडी पवीतर गे
खुले नाही देबाउ छाउडी तोर साला बार
जय भौँ छोली फारके दिनम दिया बारके
खोली में ना यात यईतो छाउडी तोर भासारके
हा काउला मा कापिच करिया, डाले दे छाउडि भितरिया
गर देवो पानी पानी, ने सर्दी करतो वसरिया
हा पाउला मा कापिच करिया, डाले दे छाउडि भितरिया
गर देवो पानी पानी, ने सर्दी करतो वसरिया
भूले गेनी काहे छाउडि, काउला हमर प्यार
भूले गेनी काहे छाउडि, काउला हमर प्यार
ज्वै बाउचो लिफारके, दिने ने दियाबा
खोली मे ना याद अई तो छोड़ी तुर भातार के
जोई बहु छोली भार के दिने मे दिया बार के
खोली मे ना याद अई तो छोड़ी तुर भातार के
छोड़ी तुर भातार के
दिने मे दिया बार के
खोली मे ना याद अई तो छोड़ी तुर भातार के
रोंग से होताउ मसाज बन जैताउ मिजाज
हकाउ जो गाबल धानावा सभे रोंग आईताउ आई
रोंग से होताउ मसाज
बन जैताउ मिजाई
हकाउ जो गाबल धानावा सभे रोंग आईताउ आई
रोंग से होताउ मसाज बन जैताउ मिजाई
रोंग से होताउ मसाज बन जैताउ मिजाई
योई बोचो ली फार के दिने मे दिया बार के
खोल में न याद लईतो छोडि तुर भाचार के
जईबाव छोली भारके दिनेम दिया बारके
खोल में न याद लईतो छोडि तुर भाचार के