जो मन लाँगा मेला गलबा भोली हाई
जो मन लाँगा मेला गलबा भोली हाई
होता गोबनावा फ़ाबुनावा हमें
डालो न रंगावा जोबनावा हमें
होता गोबनावा फ़ाबुनावा हमें
दालो न रंगावा जोबनावा हमें
भागो भत राक्य हमारा जागलबा
कैसे छोड़ाइबू तू दगिया
जो मन लाँगा मेला गलबा
कैसे छोड़ा호 भू तू दगिया
हाना जोना लाँगा मेला गलबा
हानू समझा
बोली हाई
पैलो बड़ी यहारी बोला के पिछुआरी
रंग देला धोरी सटाक्या पिछुकारी
बैल कवन गलती बोला ये प्यारी
खोलिया में तोहारा के कईसे भिसारी
धोरा न हमें अकाबरिया में
तहरा कोरा नीसे तूतल छागला बाई
कैसे छोड़ाई बूतू दगिया
जमन लहंगा में लागल बाई
कैसे छोड़ाई बूतू दगिया
जमन लहंगा में लागल बाई
खोलिया में लागल बाई
आशिक मन तोस जनू अपना टोलिया
रंगे के न मिली तोहरा गोरे गोरे गोलिया
मिलते मराद तोर बदाल गाईल चलिया
भगु आमें हमरो बिगड गाईल हालिया
सोया सचिन के सरीर हो गाईल
उनका नाम एक बाजा बाजल बाई
कैसे छोड़ाईबू तू दगिया
जमन लाहंगा में लागल बाई