हाई हम गई का बविता बनदना आप तमाम भोज
प्रियस्रोता समाज के पढ़नाम करते हैं
बहुत सिंदर गीत बढ़ते हैं आप सबके बीच में
कैसे बात
दबे पाव आई हाँ
नजरिया बजाके
दबे पाव आई हाँ
नजरिया बजाके
दबे पाव आई हाँ नजरिया बजाके
के वाड़ी के पाला
के वाड़ी के पाला
अगर बंद पई हो
सिकडिया बजाई हो नजरिया बजाके
दबे पाव आई हाँ नजरिया बजाके
चड़ जाई रात जब जःकी चंदनीया
झोरू झोरू झोरू के पुरवा सिहरी बदनीया
चड़ जाई रात जब जःकी चंदनीया
जुर की पुरवाद सिहरी बदनी
मिलन के ही आमें
मिलन के ही आमें
जगल आस बाते
आसरा पुरई हो आचरवाद ओढ़ाके
आचरवाद ओढ़ाके
बावग जमानी के बाद परले समरीया
पीरा पीरतिया के बाद कहिले बावरीया
बावग जमानी के बाद परले समरीया
पीरा पीरतिया के बाद
कहिले बावरीया
करभू इंतेजार हम
करभू इंतेजार हम
अखिया बिछाके
रात भर जगई हो जई हो नयाके
के बाद के पाला के बाद के पाला अगर बंद पई हो
नजरईया बचाके