गुला की गैग
गुला की गैग
जब से सादी को केलाईल, सुन्या रोहे बगलाईल, नाही माने हम्रा बतिया के
दबावे रोज छतिया के पन्या आधी आधी रतिया के
डबावे रोज छतिया के संया यादि यादि रतिया के
हमरे मरद सखी बहाथा काथा हमरे रुदे हिया के मही देता माथा
हमरे मरद सखी बहाथा काथा हमरे रुदे हिया के मही देता माथा
हम तो कोरी माई माई देला मुहा मा दा बाई
हम तो कोरी माई माई देला मुहा मा दा बाई
उर वावे रोज रतिया के दबावे रोज छतिया के
संया आधी आधी रतिया के दाबावे रोजे छतिया के
संया आधी आधी रतिया के
पड़े पड़े
ना मन बो
दिन भर घुतल रहे घरवा के भीतर
सो यहां मार सक्षी बनता पीटर
दिन भर घुतल रहे घरवा के भीतर
सो यहां मार सक्षी बनता पीटर
लेकि चोड़ली जवानी दिपक कोरे मनमानी
लेकि चोड़ली जवानी दिपक कोरे मनमानी
उसतावे रोजे रतिया के
दबावे रोजे छतियाके, सण्या आधी आधी रतियाके
जब से साधी को के लाईल, सण्या रोहे पगलाईल
नहीं माने हमरा बतियाके, दबावे रोजे छतियाके
सण्या आधी आधी रतियाके, दबावे रोजे छतियाके
सण्या आधी आधी रतियाके