उठे कामर में, बलम पीर
दब धीरे धीरे
आहा,
उठे कामर में, बलम पीर
दब धीरे धीरे
साझ सुबेरे सईया, पहलो हतूरा गतिया हो
उठे कामर में, बलम पीर दब धीरे धीरे
लगता कि कोई देबा हमां के बेमार हो,
कभो नहीं आतर होला सैया दी तोहार हो
सैया दी तोहार हो
ख़ार जाहेला कोरे के प्यार हो,
मन नाही भरेला का साइया तोहार हो
उठे कामर में, मोरे पीर दब धीरे धीरे
धीरे धीरे दब धीरे धीरे
नाज़ुब कमार तोहर भार ना सहाला,
तोहर राते सैया
कुछ न बोजाला
नाज़ुब कमार तोहर भार न सहाला, तोहर राते सैया
कुछ न बोजाला
बालियू मारिया हो, अकेले सारीरिया हो
उठे कामर में, वलम पीर
दब धीरे धीरे
उठे कामर में, मोरे पीर दब धीरे धीरे दब न